
मोगा 9 दिसंबर, (मुनीश जिन्दल/ रिक्की आनन्द)
मोगा जिले के गांव सैदोके में मंगलवार को सेवा और सद्भावना को समर्पित एक सम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें पंजाब के माननीय राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने बतौर विशेष अतिथि शिरकत की। इस सम्मेलन का आयोजन गांव सैदोके के निवासी और प्रसिद्ध एन.आर.आई. करमजीत सिंह धालीवाल की अगुवाई में किया गया था। कार्यक्रम में विधायक निहाल सिंह वाला मनजीत सिंह बिलासपुर, एच.एच. जैन आचार्य लोकेश तथा पूर्व आई.पी.एस. अधिकारी जतिंदर सिंह औलख ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई।

इस मौके पर उपस्थित विधायक मंजीत बिलासपुर व अन्य गणमान्य।

गांव सैदोके में आयोजित सेवा सद्भावना सम्मेलन को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि करमजीत सिंह धालीवाल एक प्रख्यात समाजसेवी हैं और ऐसे लोगों के कार्यों में सभी को साथ देना चाहिए। उन्होंने कहा, “इसी सोच के साथ मैं मोगा के इस छोटे से गांव में पहुंचा हूं, जहां से बड़े स्तर पर सेवा का काम किया जा रहा है।” उन्होंने बताया कि एच.एच. जैन आचार्य लोकेश और एन.आर.आई. करमजीत सिंह धालीवाल की अगुवाई में चल रही ‘अहिंसा विश्व भारती’ और ‘करमजीत सिंह धालीवाल फ़ाउंडेशन’ दुनिया भर में मानवता की सेवा के लिए कार्य कर रहे हैं। राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने विशेष रूप से इस बात की सराहना की कि करमजीत सिंह धालीवाल विदेश में रहते हुए भी अपने बच्चों को गांव के सरकारी स्कूल में पढ़ाते हैं और उन्हें पंजाबी संस्कृति से जोड़े रखते हैं। उन्होंने कहा कि उनके संस्कार और सभी के प्रति सम्मान भाव वास्तव में प्रशंसनीय हैं।
कटारिया ने कहा, “दूसरों की मदद करना, सबसे बड़ा धर्म है।” गुरुओं की धरती कहे जाने वाले पंजाब के बारे में उन्होंने कहा कि नशों से बचाने के लिए सभी को एकजुट होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग हमेशा एक दूसरे के लिए खड़े रहे हैं, चाहे ऑपरेशन सिंधूर हो या बाढ़ के समय लोगों की आपसी सहायता। उन्होंने कहा, “हम लोगों के टैक्स से वेतन लेते हैं, इसलिए जनसेवा हमारी ज़िम्मेदारी है और मैं इसे पूरी निष्ठा के साथ निभाता रहूंगा। राज्य का कोई भी व्यक्ति अपनी समस्या के समाधान के लिए मुझे लिखित में दे सकता है।”
सेवा सद्भावना सम्मेलन में गांव की कुछ ज़रूरतमंद महिलाओं को सिलाई मशीनों सहित अन्य सहायता सामग्री का वितरण भी किया गया।

