मोगा 1 दिसंबर (मुनीश जिन्दल)
‘शहर में दिन प्रतिदिन बढ़ रहा अनियंत्रित ट्रैफिक, बुजुर्गों के लिए एक विकराल समस्या बन रहा है। जिसके चलते प्रशासन को चाहिए कि वो शहर में गाड़ियों की गति सीमा पर कंट्रोल करने संबंधी उचित कार्यवाही करे’। उक्त शब्दों का प्रगटावा सीनियर सिटीजन कौंसिल मोगा की जनरल बॉडी की हुई मीटिंग के दौरान संस्था के प्रधान सरदारी लाल कामरा ने किया। स्थानीय रेड क्रॉस डे केयर सैंटर में, सीनियर सिटीजन कौंसिल मोगा के प्रधान सरदारी लाल कामरा की प्रधानगी में संपन्न हुई इस बैठक में बुजुर्गों से संबंधित मामलों पर गंभीरता से विचार विमर्श किया गया।
मीटिंग की कार्यवाही विजय कुमार ने आरंभ करते हुए उपस्थित सदस्यों से उनके सुझाव मांगे। जिस पर साबका डी.पी.आर.ओ. ज्ञान सिंह ने शहर में बढ़ रही ट्रैफिक समस्या का मुद्दा, दलजीत सिंह भुल्लर ने जिला हेडक्वार्टर पर सीनियर सिटीजन होम बनाने की मांग जबकि अवतार सिंह ने विदेशी बैंकों की और से ईमेल के माध्यम से भेजे गए जीवन प्रमाण पत्रों को मान्यता न देने का मामला उठाया गया। जिस पर सरदारी लाल कामरा ने कहा कि दिन-ब-दिन बढ़ रहा ट्रैफिक बुजुर्गों के लिए बड़ी समस्या बन गया है। जिसके चलते पंजाब सरकार व जिला प्रशासन को शहर में ट्रैफिक को सुचारू रूप से कंट्रोल करते हुए गाड़ियों की स्पीड को नियंत्रित करना चाहिए व जहाँ भी नो पार्किंग जोन हैं, वहां पार्किंग बनानी चाहिए। इसके इलावा अनेक सदस्यों का तर्क था कि अधिकतर बच्चों के विदेशों में जाने से बुजुर्ग मां-बाप यहां अकेले रह जाते हैं। जिसके चलते जिला हेडक्वार्टर पर सीनियर सिटीजन होम या बुजुर्ग संभाल केंद्र बनने चाहिएं। संस्था ने इस संबंधी राज्य सरकार को पत्र लिखकर पंजाब सरकार का ध्यान इस और केंद्रित करने की बात कही। इस बैठक में ये भी बात सामने आई कि विदेशी बैंक उन्हें ईमेल के माध्यम से भेजे जा रहे हैं जीवन प्रमाण पत्र को मान्यता नहीं दे रहे हैं। जिसके चलते वहां गए बजुर्गों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए उन्होंने मांग की कि भारत सरकार व रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया को चाहिए कि वो इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसके निवारण की और उचित कदम उठाएं।
इसके साथ ही अपने सम्बोधन में संस्था के प्रधान कामरा ने बुजुर्गों को भलाई स्कीमों प्रति जागरूक होने की अपील की। ताकि सदस्य समय समय पर केंद्र व राज्य सरकार की और से बजुर्ग भलाई स्कीमों का उचित लाभ ले सकें। इसके साथ ही उन्होंने अपने साथियों से, खासकर जिन्हें सरकारी डॉक्टर खर्च नहीं मिलता, को सरकार की और से बुजुर्गों के लिए डॉक्टरी इलाज के लिए दी जा रही सहूलियत का लाभ लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार की बुढ़ापा पेंशन जो की जुलाई 2021 में ₹ 1500 प्रति महीना थी, उसमें बढ़ी महंगाई के हिसाब से बढ़ोतरी नहीं की गई है। जिसके चलते सदस्यों ने मांग की कि इस पैंशन को बढ़ाकर ₹ 3500 प्रति महीना किया जाना चाहिए। इसके साथ ही बैठक में ये भी बात सामने आई की मौजुदा समय में पंजाब सरकार की और से 58 साल से ज्यादा उम्र की औरतों व 65 साल की उम्र से अधिक वाले जरूरतमंद पुरुषों को पेंशन दी जाती है। जिसके चलते संस्था के औहदेदारों ने सरकार से मांग की कि इसमें पुरुषों की उम्र सीमा घटाकर 60 साल की जाए।
कामरा ने ये भी बताया कि पिछले दिनों राज्य के संगरूर जिले में फेडरेशन ऑफ सीनियर सिटीजन संस्थाओं पंजाब की एकत्रता हुई थी। जिसमें मोगा संस्था की और से उनकी अगुवाई में चार सदस्य शामिल हुए थे। जिन्होंने संगरूर में उपस्थिति को मोगा कौंसिल की और से सीनियर सिटीजन की भलाई संबंधी उठाए जा रहे कदमों संबंधी जागरूक करवाया था। बैठक के अंत में संस्था में शामिल हुए नए सदस्य अवतार सिंह को सम्मानित किया गया। इस बैठक में गुरचरण सिंह सुप्रिटेंडेंट, जसवीर सिंह, अमर सिंह विरदी, लालचंद अरोड़ा, जोगिंदर सिंह संघा, सुखदेव सिंह जस्सल, जोगिन्दर सिंह लोहाम, प्रेम कुमार, विजय कुमार सूद, सुरेश कुमार, नाहर सिंह, अजय कुमार मित्तल व जगदीप सिंह आदि मेंबर शामिल थे।