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मृतक पुत्र के अंतिम दर्शनों के लिए दर दर भटक रहा है पिता ! शायद कोई मसीहा………..

मृतक पुत्र के अंतिम दर्शनों के लिए दर दर भटक रहा है पिता ! शायद कोई मसीहा………..

घलकलां / मोगा 17 दिसंबर (मुनीश जिन्दल)

अक्सर भारतीय अपने आर्थिक स्तर को ऊंचा उठने के लिए विदेशों का रुख करते हैं। लेकिन कई बार विदेश में ऐसी घटनाएं घट जाती हैं कि घर वालों को अपने पारिवारिक सदस्य के अंतिम दर्शन या उसका अंतिम संस्कार करने के लिए उसकी लाश भी नसीब नहीं होती है। व उसे अपने मृतक परिजन के अंतिम दर्शनों के लिए भी दर दर भटकना पड़ता है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है पंजाब के जिला मोगा के गांव घल कलां में, जहां का 24 वर्षीय कुंवारा गगनदीप घर की आर्थिक दशा सुधारने के लिए 4 महीने पहले विदेश जॉर्जिया गया था। लेकिन दो दिन पहले वहां के एक रेस्टोरेंट में, जहां मृतक गगनदीप नौकरी करता था, हुए एक भयानक हादसे के दौरान गगनदीप व उसके अन्य 11 साथियों की दुखद मौत हो गई।

मौत का कारण

यहां जिक्रयोग्य है कि जॉर्जिया के रेस्टोरेंट में, जहां मृतक गगनदीप व उसके साथी नौकरी करते थे, इनका आराम का समय था। और अचानक से वहां लाइट चली गई। रेस्टोरेंट के ये कर्मचारी एक कमरे में सोए हुए थे। व लाइट ना होने के कारण जनरेटर चलाया गया। ताकि जनरेटर की लाइट से इन्हें सकून मिले व इनको बेहतर नींद आ जाए। लेकिन इन्हें क्या मालूम था कि जो जनरेटर इनकी बेहतर नींद व आराम के लिए चलाया गया है, वही जनरेटर इन्हें हमेशां हमेशां की नींद सुला देगा। देखते ही देखते, जनरेटर का धुआं चारों और फ़ैल गया, और वो इतना घना फ़ैल गया, कि किसी को भी संभालने का मौका तक नहीं मिला और जिला मोगा गए के गगनदीप के साथ उसके अन्य 11 साथी, कुल 12 लोग जनरेटर का धुआं चढ़ने से हमेशां के लिए मौत की नींद सो गए। मिली जानकारी के मुताबिक़ जनरेटर का धुआं चढ़ने से जिन कुल 12 लोगों की मौत हुई है, उनमें 11 भारतीय शामिल हैं, जिनमें ये एक 24 वर्षीय युवक गगनदीप सिंह, पंजाब के जिला मोगा के गांव घलकलां का भी शामिल है। 

मृतक के पीछे उसका परिवार

आपके यहां बता दें कि मृतक गगनदीप के घर की आर्थिक हालत बहुत ही खस्ता है। व उसकी माता व उसके भाई की पहले ही मौत हो चुकी है। फिलहाल घर में मृतक गगनदीप का पिता गुरमुख सिंह अकेला ही रह गया है व परिवार की आर्थिक दशा इतनी मंद हाल है कि उसके पास अपने मृतक पुत्र के शव को भारत मंगवाने तक के पैसे नहीं हैं। जिसके चलते मृतक के पिता गुरमुख सिंह, मृतक के दादा बसंत सिंह, भाभी मनीषा, साबका सरपंच सिमरनजीत सिंह सहित अन्य इलाका वासियों ने भारत सरकार से मृतक गगनदीप के शव को भारत मंगवाने की मांग की है। ताकि जहाँ मृतक के पिता, उसके रिश्तेदार सहित इलाकावासी उसके अंतिम दर्शन कर सकेंगे, वहीं भारतीय रीति रिवाज के अनुसार मृतक गगनदीप का अंतिम संस्कार भी हो सकेगा। 

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