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ਰਾਮਗੜ੍ਹੀਆ ਵੈਲਫੇਅਰ ਸੁਸਾਇਟੀ ਨੇ ਮਨਾਇਆ, ਸ੍ਰੋਮਣੀ ਭਗਤ ਗੁਰੂ ਰਵੀਦਾਸ ਜੀ ਦਾ ਪ੍ਰਗਟ ਦਿਵਸ !!

ਬਲਵੰਤ ਸਿੰਘ ਤੇ ਪਰਮਜੀਤ ਬਿੱਟੂ ਨੂੰ ਸਨਮਾਨਿਤ ਕਰਦੇ ਪਤਵੰਤੇ। (ਫੋਟੋ: ਡੈਸਕ) ਬੀਬੀ ਗੁਰਮੀਤ ਕੌਰ ਤੇ ਬੀਬੀ ਸੁਰਿੰਦਰ ਕੌਰ ਨੂੰ ਸਨਮਾਨਿਤ ਕਰਦੇ ਪਤਵੰਤੇ। (ਫੋਟੋ: ਡੈਸਕ) ਮੋਗਾ 12 ਫਰਵਰੀ (ਗਿਆਨ ਸਿੰਘ/ ਮੁਨੀਸ਼ ਜਿੰਦਲ) ਵਿਸ਼ਵਕਰਮਾ ਭਵਨ ਵਿਖੇ ਰਾਮਗੜ੍ਹੀਆ ਵੈਲਫੇਅਰ ਸੁਸਾਇਟੀ ਵਲੋਂ ਸ੍ਰੋਮਣੀ ਭਗਤ ਗੁਰੂ ਰਵੀਦਾਸ ਜੀ ਦਾ ਪ੍ਰਗਟ ਦਿਵਸ, ਫੱਲਗੁਣ ਮਹੀਨੇ ਦੀ ਸੰਗਰਾਂਦ ਤੇ ਪੂਰਨਮਾਸੀ ਦਾ ਦਿਹਾੜਾ ਮਨਾਉਣ ਲਈ ਧਾਰਮਿਕ ਸਮਾਗਮ ਕਰਵਾਇਆ ਗਿਆ। ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਗਰੰਥ ਸਾਹਿਬ ਦੇ ਭੋਗ ਉਪਰੰਤ ਕੀਰਤਨ ਤੇ ਭਾਈ ਰਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਨੇ ਗੁਰਮੱਤ ਅਨੁਸਾਰ ਕੱਥਾ ਕੀਤੀ। ਭਾਈ ਚੰਮਕੌਰ ਸਿੰਘ ਨੇ ਅਰਦਾਸ ਬੇਨਤੀ ਕੀਤੀ। ਹਰਮੇਲ ਸਿੰਘ ਡਰੋਲੀ  ਪ੍ਰਧਾਨ, ਸਰਪਰਸਤ ਸੋਹਣ ਸਿੰਘ ਸੱਗੂ, ਚੰਮਕੌਰ ਸਿੰਘ ਝੰਡੇਆਣਾ, ਰਾਜਾ ਸਿੰਘ ਭਾਰਤਵਾਲੇ ਤੇ ਗਿਆਨ ਸਿੰਘ ਸਾਬਕਾ ਡੀ.ਪੀ.ਆਰ.ਓ ਨੇ ਵਿਸ਼ਵਕਰਮਾ ਭਵਨ ਦੇ ਹਜੂਰੀ ਰਾਗੀ ਤੇ ਕਥਾ ਵਾਚਕ ਭਾਈ ਰਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਨੂੰ ਵਿਸ਼ੇਸ ਤੌਰ ਤੇ ਸ਼ਾਨਦਾਰ ਸੇਵਾਵਾਂ ਨਿਭਾਉਣ ਲਈ ਸਨਮਾਨਿਤ ਕਰਨ ਦੇ ਨਾਲ ਨਾਲ ਸੁੱਚਾ ਸਿੰਘ, ਪਰਮਜੀਤ ਸਿੰਘ ਬਿੱਟੂ ਤੇ ਬਲਵੰਤ ਸਿੰਘ ਝੰਡੇਆਣਾ ਨੂੰ ਸਿਰੋਪਾਓ ਦਿੱਤੇ। ਇਸਤਰੀ ਸੁਖਮਨੀ ਸੁਸਾਇਟੀ ਵਲੋੰ ਸਾਰਾ ਮਾਘ ਮਹੀਨਾ, ਕੀਰਤਨ ਕਰਨ ਲਈ ਜੱਥੇ ਦੀਆਂ ਮੁੱਖ ਸੇਵਾਦਾਰ ਬੀਬੀ ਗੁਰਮੀਤ ਕੌਰ ਮੱਲਕੇ ਅਤੇ ਬੀਬੀ ਸੁਰਿੰਦਰ ਕੌਰ ਖੋਸਾ ਨੂੰ ਵੀ ਸਨਮਾਨਿਤ ਕੀਤਾ ਗਿਆ। ਅੰਤ ਵਿਚ ਸੰਗਤਾਂ ਨੂੰ ਗੁਰੂ ਦਾ ਲੰਗਰ ਵਰਤਾਇਆ ਗਿਆ। Share this: Click to share on Facebook (Opens in new window) Facebook Click to share on X (Opens in new window) X Click to share on WhatsApp (Opens in new window) WhatsApp Like this:Like Loading...

मां बगलामुखी यज्ञशाला में, हवन यज्ञ में आहुतियां डाल, भगतों ने लिया मां का आशीर्वाद !!

मोगा 7 फरवरी (मुनीश जिन्दल) कोटकपूरा रोड स्थित मां बगलामुखी यज्ञशाला में हर वीरवार की तर्ज पर, इस वीरवार भी विशेष हवन यज्ञ किया गया। मंदिर के संस्थापक आचार्य नंदलाल शर्मा की अध्यक्षता में किए गए इस हवन यज्ञ मौके पर नवीन शर्मा ने अपने परिवार उपस्थित होकर मां के चरणों में अपनी हाजरी लगवाई। उन्होंने मां बगलामुखी का पूजन व हवन यज्ञ कर आशीर्वाद लिया। आचार्य नंदलाल शर्मा ने बताया कि हर वीरवार मां बगलामुखी यज्ञशाला में निशुल्क हवन यज्ञ किया जाता है। यह यज्ञ प्रातः 12:00 बजे शुरू होकर, रात्रि 8:00 बजे लगातार जारी रहता है। कोई भी श्रद्धालु आकर, इस पवित्र यज्ञ में आहुति डालकर, मां बगलामुखी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है। मां बगलामुखी यज्ञशाला कमेटी की ओर से लंगर भंडारे की व्यवस्था भी की जाती है। आचार्य शर्मा ने कहा कि मां बगलामुखी इस कलयुग की एक महान शक्तिशाली देवी है। मां बगलामुखी को पीले वस्त्र, पीला प्रसाद समर्पित किया जाता है। श्रद्धालु अपने घर से नारियल का प्रसाद लेकर आते हैं और मां बगलामुखी को प्रसाद रूप में चढ़ाते हैं। इस मौके पर मनोज जैसवाल, महेश बंसल, श्याम मंगा, अमन मदान, राजेश जिंदल, मुल्क राज, अनिल कुमार, दीपक पुरी, गुरुदेव भाम,संजय गर्ग सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित थे। Share this: Click to share on Facebook (Opens in new window) Facebook Click to share on X (Opens in new window) X Click to share on WhatsApp (Opens in new window) WhatsApp Like this:Like Loading...

श्री बगलामुखी अखंड महायज्ञ में, मां के भक्तों ने हाजरी लगवा लिया आशीर्वाद !!

मोगा 3 फरवरी (मुनीश जिन्दल) कोटकपूरा रोड स्थित मां बगलामुखी यज्ञशाला में चल रहे श्री बगलामुखी अखंड महायज्ञ की पूर्णाहुति रविवार, बसंत पंचमी को डाली गई। इस मौके पर विशेष तौर पर उपस्थित यूथ अग्रवाल सभा के प्रधान रिशु अग्रवाल, पार्षद भरत गुप्ता  ने मिलकर यज्ञ की पूर्णाहुति डाल मां बगलामुखी का आशीर्वाद लिया। इस मौके पर आचार्य नन्दलाल शर्मा ने कहा कि इस पवित्र महायज्ञ में दूर दराज से पहुंचकर, श्रद्धालुओं ने आहुतियां डाली हैं। 24 घंटे चले इस अखंड महायज्ञ का पूर्ण फल श्रद्धालुओं को मिला है। उन्होंने आगे कहा कि मां बगलामुखी इस कलयुग की एक महान शक्ति है। जो हर प्रकार के दुख, दरिद्र, कष्टों का नाश करती है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार यहां, मां बगलामुखी यज्ञशाला में प्रत्येक वीरवार भी हवन यज्ञ का आयोजन किया जाता है। इस मौके पर पवन कुमार, यश मित्तल, अनिल कुमार, महेश बंसल, अमन मदान, श्याम मंगा सहित अन्य अनेक श्रद्धालु उपस्थित थे। Share this: Click to share on Facebook (Opens in new window) Facebook Click to share on X (Opens in new window) X Click to share on WhatsApp (Opens in new window) WhatsApp Like this:Like Loading...

श्री बगलामुखी अखंड महायज्ञ, अपने निर्धारित समय पर शुरू। कल होगी पूर्णा आहुति !!

श्री बगलामुखी अखंड महायज्ञ में आहुतियां डालते नवीन सिंगला व राइस ब्रांड एसोसिएशन की टीम। (छाया: डैस्क) मोगा 1 फरवरी (मुनीश जिन्दल) कोटकपूरा रोड स्थित मां बगलामुखी यज्ञशाला में श्री बगलामुखी अखंड महायज्ञ शनिवार सुबह अपने निर्धारित समय प्रातः 9 बजे प्रारंभ हो गया। इस मौके पर विशेष तौर पर उपस्थित राइस ब्रांड एसोसिएशन 128 के प्रधान नवीन सिंगला ने अपनी टीम के साथ पहुंचकर मां बगलामुखी के अखंड महायज्ञ को प्रारंभ किया। इस मौके पर आचार्य नन्दलाल शर्मा ने बताया कि ये अखंड महायज्ञ, 24 घंटे चलेगा। इस पवित्र महायज्ञ की पूर्णा आहुति, बसंत पंचमी वाले दिन, रविवार को सुबह 9:00 बजे डाली जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि इस पवित्र हवन यज्ञ में कोई भी श्रद्धालु आकर, आहुतियां डालकर मां बगलामुखी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है। इस मौके पर राजीव बंसल, सुशील मिढ़ा, सौरभ गोयल, यश मित्तल, महेश बंसल, अनिल कुमार, श्याम मांगा, मुल्क राज, इंद्रजीत रही, विजय बॉम्बे, नरेश कुमार आदि उपस्थित थे। Share this: Click to share on Facebook (Opens in new window) Facebook Click to share on X (Opens in new window) X Click to share on WhatsApp (Opens in new window) WhatsApp Like this:Like Loading...

मां बगलामुखी का 24 घंटे का अखण्ड महायज्ञ 1 फरवरी, प्रातः 9 बजे से : आचार्य शर्मा !!

मोगा 31 जनवरी (मुनीश जिन्दल) ACHARYA NAND LAL SHARMA कोटकपूरा रोड स्थित मां बगलामुखी यज्ञशाला मोगा में 24 घंटे का श्री बगलामुखी अखंड महायज्ञ शनिवार, 1 फरवरी को प्रातः 9 बजे प्रारम्भ हो रहा है। 24 घंटे चलने के बाद इस पवित्र हवन यज्ञ में पूर्णा आहुति, रविवार सुबह, बसंत पंचमी के पावन पर्व पर सुबह 9:00 बजे डाली जाएगी। ये जानकारी मां बगलामुखी यज्ञशाला मंदिर के संस्थापक आचार्य नन्द लाल शर्मा ने दी। आचार्य शर्मा ने कहा कि इस पवित्र महायज्ञ में आहुति डालने से श्रद्धालु के सभी मनोरथ, इच्छाएं पूरी होंगी। मां बगलामुखी, इस कलयुग की एक महान शक्ति है व मोगा में पहली बार इस प्रकार का 24 घंटे का मां बगलामुखी अखंड महायज्ञ का आयोजन हो रहा है। उन्होंने मां बगलामुखी के सभी श्रद्धालुओं को अपने परिवार इस पवित्र यज्ञशाला में आने का खुला निमंत्रण दिया है। Share this: Click to share on Facebook (Opens in new window) Facebook Click to share on X (Opens in new window) X Click to share on WhatsApp (Opens in new window) WhatsApp Like this:Like Loading...

श्री बगलामुखी अखंड महायज्ञ का कार्ड किया रिलीज !!

मोगा 24 जनवरी (मुनीश जिन्दल) कोटकपूरा रोड स्थित, मां बगलामुखी यज्ञशाला में होने जा रहे श्री बगलामुखी अखंड महायज्ञ का कार्ड समाजसेवी नवीन सिंगला ने रिलीज किया। कार्ड रिलीज करने के उपरान्त उन्होंने आचार्य नन्दलाल शर्मा की अध्यक्षता में मां बगलामुखी की पूजा की व हवन यज्ञ में आहुतियां डालकर मां का आशीर्वाद लिया। इस मौके पर नवीन सिंगला इस बात पर ख़ुशी जाहिर की कि मोगा नगरी में पहली बार श्री बगलामुखी अखंड महायज्ञ का आयोजन हो रहा है।  आचार्य नन्दलाल शर्मा ने बताया कि इस पवित्र महायज्ञ में कोई भी श्रद्धालु आकर, निशुल्क आहुतियां डाल सकता है। यज्ञ के दौरान लंगर भंडारे की भी व्यवस्था मंदिर की ओर से की गई है। मां बगलामुखी, इस कलयुग में एक महान शक्ति है। मां बगलामुखी के यज्ञ के द्वारा, आप अपनी बाधाओं, संकटों और कष्टों का नाश कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि यहां हर वीरवार, शाम 4:00 बजे से रात्रि 8:00 बजे तक हवन यज्ञ निशुल्क किया जाता है। यह अखंड महायज्ञ मोगा नगर निवासियों के सहयोग से हो रहा है। मां बगलामुखी, इस पवित्र यज्ञशाला में पिंडी रूप में विराजमान हैं। मां बगलामुखी 10 महाविद्याओं में आठवीं महाविद्या है। मां भगवती का पीला भवन व पीला दरबार निर्मित है। मां बगलामुखी का हवन यज्ञ कुंड का गोमूत्र व गोबर से लेपन किया गया है। चारों वेदों के चारों स्तंभ, मां बगलामुखी यज्ञशाला में विद्यमान हैं। पूर्ण शास्त्रीय पद्धति के अनुसार यज्ञशाला का निर्माण किया गया है। इस मौके पर मनोज जायसवाल, श्याम मांगा, नरेश बोहत, महेश बांसल, दीपक पुरी, इंद्रजीत राही, विजय बॉम्बे, अनिल कुमार, रूपचंद, सोनू धवन, मुल्ख राज, राजेश जिंदल, शिव टंडन, हरजिंदर ग्रेवाल, अमन मदान आदि उपस्थित थे। Share this: Click to share on Facebook (Opens in new window) Facebook Click to share on X (Opens in new window) X Click to share on WhatsApp (Opens in new window) WhatsApp Like this:Like Loading...

मां बगलामुखी की उत्पत्ति, एक ख़ास कार्य के लिए हुई थी : आचार्य नन्द लाल !!

मोगा 17 जनवरी (अशोक मौर्या) : कोटकपूरा रोड स्थित मां बगलामुखी यज्ञशाला में हर वीरवार की तरह इस वीरवार भी हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। मां बगलामुखी यज्ञशाला के प्रमुख सेवादार आचार्य नंदलाल शर्मा की अध्यक्षता में हुए इस हवन यज्ञ के मौके पर  उन्होंने बताया कि मां बगलामुखी यज्ञशाला में हर वीरवार निशुल्क हवन यज्ञ किया जाता है। कोई भी श्रद्धालु मां भगवती के पवित्र महायज्ञ में आकर, आहुति डालकर मां बगलामुखी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है। मां बगलामुखी यज्ञशाला में मां बगलामुखी पिंडी रूप में विराजमान हैं। इस पूरी सृष्टि के रचयिता भगवान ब्रह्मा का ग्रंथ, जब एक राक्षस ने चुरा लिया और पाताल में छिप गया। तब उसके वध के लिए मां बगलामुखी की उत्पत्ति हुई थी। मां ने बगुला का रूप धारण कर उस राक्षस का वध किया और ब्रह्मा को उनका ग्रंथ लौटाया। पांडवों ने अज्ञातवास के दौरान मां का मंदिर बनाकर मां की पूजा अर्चना की थी। पहले रावण और उसके बाद लंका पर जीत के लिए श्रीराम ने शत्रुनाशिनी मां बगुला की पूजा की और विजय पाई। मां बगलामुखी को पीतांबरी भी कहा जाता है। इस कारण मां के वस्त्र, प्रसाद, मौली और आसन से लेकर हर कुछ पीला ही होता है। इस मौके पर महेश बंसल, दीपक पुरी, इंद्रजीत रही, मनोज जायसवाल, विजय बॉम्बे, संजय गर्ग, नरेश शर्मा, मुल्क राज, राजेश जिंदल, रूपचंद नगर, विजय मंगा आदि उपस्थित थे। Share this: Click to share on Facebook (Opens in new window) Facebook Click to share on X (Opens in new window) X Click to share on WhatsApp (Opens in new window) WhatsApp Like this:Like Loading...

घरों के ऊपर क्यों लगाया जाता है लाल/ केसरी झंडा ?? जानिए इसका रहस्य ………….

मोगा 14 जनवरी (मुनीश जिन्दल) दोस्तों आपने अक्सर अपने मोहल्ले में व आस पास के इलाकों में अनेक घरों के ऊपर लाल/ केसरी झंडा लगा देखा होगा। लेकिन शायद उस झंडे को लगाने वाले अधिकतर लोगों को भी इसके पीछे के रहस्य का ज्ञान नहीं होगा। चलिए आज हम आपको इस बात से भी अवगत करवाते हैं। कि आखिरकार घर के ऊपर केसरी/ लाल रंग का झंडा लगाने के पीछे की सत्य कथा क्या है। साथियों, इसके लिए हमें त्रेता युग में जाना होगा। एक बार चंद्र देव, शनि देव का अपमान कर देते हैं। जिसके पश्चात जब चंद्र देव को शनि देव की कू दृष्टि से बचाने के लिए संसार में कहीं भी कोई आसरा नहीं दिखता, तो वे ‘संकट मोचन महाबली’ हनुमान जी की माता अंजना मां के पास जाकर उनसे अपनी सुरक्षा का वचन ले लेते हैं। हनुमान जी के लिए अपनी मां के शब्दों की बहुत अहमियत थी। जिसके उपरांत हनुमान जी, चंद्र देव को शनि लोक ले जाकर, चंद्र देव व शनि देव में संधि करवाने का प्रयास करते हैं। लेकिन क्रोधित शनिदेव, चंद्रमा पर अपनी कू दृष्टि डाल देते हैं। हनुमान जी के बार-बार समझाने पर भी जब शनि देव उनकी बात नहीं सुनते तो हनुमान जी व शनिदेव में युद्ध आरंभ हो जाता है। जिसमें अनेकों बार शनि देव अपनी कू दृष्टि हनुमान जी पर डालते हैं। जिससे हालांकि हनुमान जी तो बच जाते हैं, लेकिन शनि देव की बार बार कू दृष्टि पड़ने से वहां एक कालचक्र बन जाता है। और धीरे-धीरे उस काल चक्र में ग्रह मंडल के अनेक ग्रह समाने लगते हैं। शनिदेव खुद भी, व हनुमान जी भी उस कालचक्र के अंदर चले जाते हैं। इसके पश्चात जब समूची सृष्टि में अनियमितता शुरू हो जाती है, तो हनुमान जी अपनी बुद्धि व बल का प्रयोग कर उस कालचक्र को उल्टा घुमा देते हैं। जिसके चलते कालचक्र के अंदर समाए सभी ग्रह काल चक्र से बाहर आ जाते हैं। सृष्टि भी अपने स्थान पर वापिस आ जाती है। लेकिन हनुमान जी का ये कृत्य कालदेव (मौत के देवता) को नहीं भाता। व कालदेव इसे अपना अपमान मानते हैं। जिसके लिए वे हनुमान जी को दोषी मानते हुए उन्हें दंड देने की ठानते हैं। क्रोधित कालदेव को जब अपने लेखाकार चित्रगुप्त से पता चलता है कि हनुमान जी के परिवार में अभी किसी सदस्य की मौत नजदीक नहीं है। तो गुस्साए कालदेव अपनी शक्ति का प्रयोग कर हनुमान जी के पिता महाराज केसरी को अपना ग्रास बना लेते हैं। उन्हें अकाल मृत्यु दे देते हैं। जिसके पश्चात जब हनुमान जी को ज्ञात होता है कि उनके पिता की मृत्यु, एक साधारण मृत्यु न होकर, एक अकाल मृत्यु है। तो हनुमान जी को गुस्सा आ जाता है। वे कालदेव से अपने पिता के प्राण वापस लाने की ठान लेते हैं और वे काल लोक जाते हैं। हनुमान जी के बार-बार आग्रह करने पर भी जब कालदेव, हनुमान जी के पिता महाराज केसरी को जीवित नहीं करते तो हनुमान व कालदेव में युद्ध आरंभ हो जाता है। जिस दौरान रुद्रांश, हनुमान जी, क्रोधित हो अपने रौद्र रूप में आकर कालदेव को ही अपना ग्रास बना लेते हैं। सभी देवता आकर हनुमान जी को कालदेव को मुक्त करने का आग्रह करते हैं। लेकिन गुस्से में आए हनुमान जी किसी की बात नहीं सुनते। तब भगवान शिव प्रकट होकर हनुमान जी को कालदेव को ग्रास ना बनाने को कहते हैं। जिसके बाद हनुमान जी कालदेव को मुक्त कर देते हैं। चूंकि इस युद्ध में कालदेव ने हनुमान जी पर उनके बाल रूप में, अति बल का प्रयोग किया था, तो कालदेव से नाराज, क्रोधित भगवान शिव, कालदेव को कहते हैं कि आपने इस गद्दी की गरिमा को दूषित किया है। आपको इस पर विराजमान होने का कोई हक नहीं है और काल लोक पर फहरा रहे लाल/ केसरी झंडे को उतार कर कहते हैं कि अब यह ध्वज यहां नहीं फहराएगा और ध्वज, हनुमान जी को दे देते हैं। लेकिन हनुमान जी शांत होने के बाद कालदेव को पुनः उनके सिंघासन पर बैठा, काल लोक के ऊपर लगे लाल/ केसरी झंडे को दोबारा वहां स्थापित कर देते हैं। जिसके पश्चात कालदेव, हनुमान जी को वचन देते हैं कि जो भी व्यक्ति अपने घर पर लाल/ केसरी झंडा लगाएगा, उस घर में कभी भी अकाल मृत्यु नहीं होगी। तो दोस्तों यह थी त्रेता युग की वो पौराणिक कथा, जिसका वर्णन हमारे पुराने अनेक धार्मिक ग्रंथों में है।  साथियों, क्योंकि यह कहानी हजारों साल पुरानी है। इसलिए शायद आपके मन में यह ख्याल आ रहा होगा कि त्रेता युग की इस कहानी का कलयुग में क्या प्रभाव है ? तो मित्रों, चूंकि, हनुमान जी, विश्व के आठ चिरंजीवियों में से एक हैं। सो हनुमान जी आज, इस कलयुग में भी हमारे बीच विराजमान हैं। इसलिए उन्हें मिले वरदान जिस प्रकार त्रेता युग में प्रभावशाली थे। वे आज भी, हनुमान जी की भांति ही, इस कलयुग में भी चिरंजीवी हैं।इसलिए आज भी जब आप किसी पंडित/ ज्योतिष आचार्य के पास जाते हैं, तो वह आपको अपने निवास स्थान के ऊपर केसरी/ लाल झंडा लगाने को कहता है। ताकि आपके घर से अकाल मृत्यु का योग खत्म हो जाए। साथियों अनेक हनुमान भक्तों की अपने घर के ऊपर लाल/ केसरी झंडा लगाने के पीछे यह भी धारणा है कि, हे बाबा, जिस प्रकार हमने आपके झंडे को ऊंचा स्थापित किया है, उसी प्रकार आप हमारे जीवन में हमारी बढ़त बनाए रखना। खैर मित्रों बात अकाल मृत्यु को टालने की हो या आपकी बढ़त की, दोनों ही परस्थितियां, आपके अनुकूल ही हैं। हम भी ‘मोगा टुडे न्यूज़’ चैनल की ओर से ‘संकट मोचन महाबली हनुमान जी’ से यही प्रार्थना करेंगे कि आपका जो भी भगत अपनी जिस भी मनोकामना को लेकर अपने घर के ऊपर सच्ची श्रधा से लाल/ केसरी झंडा लगाए, आप उस पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखें व उसकी मनोकामना को पूर्ण करें। Share this: Click to share on Facebook (Opens in new window) Facebook Click to share on X (Opens in new window) X Click to share on WhatsApp (Opens in new window) WhatsApp Like this:Like Loading...

मकर संक्रांति पर 501 परिवारों को दिए जाएंगे गर्म कंबल : राजिंदर वधवा !!

मंदिर लाल दुआरा में होगा संकीर्तन। मोगा, 11 जनवरी (अशोक मौर्या) : RAJINDER WADHVA मकर संक्रांति के पावन पर्व पर 14 जनवरी को शहर के  कोटकपूरा बाईपास स्थित मंदिर श्री लाल दुआरा में विशाल संकीर्तन का आयोजन किया जाएगा। इस संबंधी जानकारी देते मंदिर के चेयरमैन राजिंदर वधवा ने बताया कि श्री-श्री 1008 परमहंस योगीराज सतगुरु श्री बावा लाल दयाल जी महाराज के आशीर्वाद से और श्री-श्री 1008 गद्दीनशीन श्री राम सुंदर दास जी महाराज की अपार कृपा से मकर संक्रांति के पावन पर्व पर 14 जनवरी को मंदिर में विशाल संकीर्तन का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने बताया की सकीर्तन में बावा लाल जी के मधुर भजनों का गुणगान करने के लिए प्रेम पाल दत्ता व लक्की भांबरी, श्री गंगानगर, राजस्थान वाले अपनी हाजरी लगाएंगे। जिसके पश्चात आए श्रद्धालुओं के लिए चाय और गर्म पकौड़े का भंडारा लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 14 जनवरी को सायं 3 बजे से प्रभु इच्छा तक सकीर्तन होगा। जिसमें सभी श्रद्धालु सादर आमंत्रित हैं। उन्होंने कहा कि समागम दौरान 501 जरूरतमंद परिवारों को गर्म कंबल भी वितरित किए जाएंगे। उन्होंने शहर की समाज सेवी संस्थाओं, एन.जी.ओ. सहित अन्य श्रद्धालुओं को इस समागम में पहुंचने का खुला निमंत्रण दिया है। Share this: Click to share on Facebook (Opens in new window) Facebook Click to share on X (Opens in new window) X Click to share on WhatsApp (Opens in new window) WhatsApp Like this:Like Loading...

मां बगलामुखी के भगतों ने हवन यज्ञ में आहुतियां डाल लिया मां का आशीर्वाद !!

मोगा 10 जनवरी (अशोक मौर्या) कोटकपूरा रोड स्थित मां बगलामुखी यज्ञशाला में हर वीरवार की तरह इस वीरवार भी विशेष हवन का आयोजन किया गया। आचार्य नंदलाल शर्मा की अध्यक्षता में हुए इस विशेष हवं यज्ञ के मौके पर सुमन कुमार, सेक्रेटरी इंस्पेक्टर नगर निगम, विशेष तौर पर उपस्थित हुए। जिन्होंने अपने परिवार के साथ मिलकर मां बगलामुखी की पूजा हवन यज्ञ कर आशीर्वाद लिया। इस मौके पर आचार्य नंदलाल शर्मा ने कहा कि मां बगलामुखी यज्ञशाला में जल्दी ही श्री बगलामुखी अखंड महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। इस अखंड महायज्ञ में कोई भी श्रद्धालु आकर आहुतियां डाल सकता है। और प्रत्येक वीरवार, शाम 4:00 बजे से 8:00 बजे तक हवन यज्ञ किया जाता है। मंदिर के परिसर में लंगर भंडारे की व्यवस्था भी मंदिर की ओर से की जाती है। दूर दराज से श्रद्धालु आकर मां बगलामुखी का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। यहां मां बगलामुखी, पिंडी रूप में विराजमान हैं और यज्ञ के द्वारा कई प्रकार की बीमारियां, परेशानियां दूर होती हैं। मां बगलामुखी दरबार में 10 महाविद्या देवियां भी स्थापित हैं। इस मौके पर महेश बंसल, अर्चना बंसल, दीपक पुरी, सोनू धवन, श्याम मंगा, भारत भूषण, रणजीत सिंह धर्मकोट, मनोज जायसवाल, मुल्क राज, राजेश जिंदल, संजय नोहरिया, संजय गर्ग, अमन मदान, इंद्रजीत रही, विजय बॉम्बे, सम्राट मिंटू, रिंकू मिगलानी, श्यामलाल गर्ग, विजय मिश्रा, शशिकांत, उमाकांत, यश मित्तल आदि भगत उपस्थित थे।  Share this: Click to share on Facebook (Opens in new window) Facebook Click to share on X (Opens in new window) X Click to share on WhatsApp (Opens in new window) WhatsApp Like this:Like Loading...
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