

मोगा 1 अप्रैल (मुनीश जिन्दल)
विभिन्न आपराधिक घटनाओं पर निगरानी रखने के लिए मोगा में स्मार्ट कंट्रोल रुम की स्थापना की गई है। ये जानकारी जिला पुलिस प्रमुख अजय गांधी ने मीडिया कर्मियों से साझा की। उन्होंने बताया कि मोगा पुलिस की ओर से जिले के विभिन्न महत्वपूर्ण 99 स्थानों को उच्च तकनीकी निगरानी कैमरों से लैस किया गया है। जो की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित आधुनिक इंफ्रा (ANPR) कैमरों से संचालित होंगे।
ये ANPR कैमरे वाहन की नंबर प्लेट स्कैन करके डाटाबेस में रिकॉर्ड करेंगे, जिससे चोरी हुआ या शक्की वाहनों की पहचान तुरंत हो सकेगी। उन्होंने बताया कि ये स्मार्ट कंट्रोल रूम सप्ताह के सातों दिन, 24 घंटे निगरानी रखेगा। जिससे जिले में हो रही शक्की गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई की जा सकेगी। फेस रिकॉग्निशन तकनीक एसएसपी अजय गांधी ने कहा कि आने वाले समय में मुख्य चौक व हाई अलर्ट स्थानों को फेस रिकॉग्निशन वाले कैमरों से लैस करने की योजना है। जिससे फरार अपराधियों की पहचान में मदद मिलेगी।
पीसीआर व EVR वाहनों की लाइव लोकेशन
एसएसपी ने बताया कि मोगा जिला में सारे पुलिस कंट्रोल रूम व इमरजेंसी व्हीकल रिस्पांस, जीपीएस सिस्टम से लैस किए गए हैं। जिससे उनकी लाइव लोकेशन, स्मार्ट कंट्रोल रूम में दिखती रहेगी। जीपीएस लाइव ट्रैकिंग के माध्यम से किसी भी आपातकालीन स्तिथि में नजदीकी पीसीआर या EVR वाहन को कम से कम समय में मौके पर पहुंचाया जा सकेगा। जिससे पुलिस का रिस्पांस टाइम बहुत बेहतर हो जाएगा।
PTZ कैमरों से लैस हैं EVR वाहन
उन्होंने बताया कि EVR वाहनों में PTZ कैमरे लगाए गए हैं। जो लंबी दूरी तक निगरानी करने, वारदात की लाइव रिकॉर्डिंग करने व शक्की हलचल को जूम करके देखने में सहायक होंगे। उन्होंने कहा कि पीसीआर व EV वाहनों की लाइव ट्रैकिंग के चलते, किसी भी आपातकालीन स्तिथि में पुलिस की मौजूदगी निश्चित बनाई जा सकेगी।
नई निगरानी प्रणाली से होंगे ये लाभ :
एसएसपी ने कहा कि इस स्मार्ट कंट्रोल रूम की स्थापना से चोरी व लूटपाट की वारदातों में कटौती होगी। आधुनिक निगरानी के कारण चोरों व अपराधियों को कानून की पकड़ में लाने में तेजी आएगी। नशा तस्करी व अपराध पर सख्त लगाम लगेगी। यह तकनीक नशा तस्करों, गैंगस्टरों व व्यक्तिगत दुश्मनी के कारण होने वाली वारदातों को रोकने में भी मददगार साबित होगी। इसके साथ ही वाहन चोरी व तस्करी की पहचान करने में भी ये कैमरे सहायक सिद्द होंगे। चोरी शुदा या नकली नंबर प्लेट वाले वाहनों की पहचान तुरंत की जा सकेगी, जिससे उन्हें जब्त करके उस वाहन को, उसके असली मालिक को वापस देने की प्रक्रिया में तेजी आएगी।
गैरकानूनी गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई
उन्होंने कहा कि अगर किसी भी शक्की व्यक्ति या वाहन की गतिविधि निगरानी में आती है, तो पुलिस की ओर से फौरन कार्रवाई की जाएगी। एसएसपी अजय गांधी ने कहा कि यह स्मार्ट कंट्रोल रूम मोगा में सुरक्षा का एक नया अध्याय जोड़ेगा। मोगा पुलिस की ओर से इस बात को यकीनी बनाया जा रहा है कि कोई भी अपराधी या असामाजिक तत्व कानून की पकड़ से न बच सके। उन्होंने कहा कि स्मार्ट कंट्रोल रूम सिर्फ एक शुरुआत है। आने वाले दिनों में और नए तकनीकी उपकरण जोड़कर मोगा में कानून व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा। कानून की उलंघना करने वालों पर लगातार कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही मोगा पुलिस का यह कदम, अपराध खत्म करने में एक ऐतिहासिक कदम साबित होगा। इस मौके पर एसएसपी ने आम जनता को विश्वास दिलाया कि मोगा पुलिस उनकी सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार है।
उन्होंने कहा कि पुलिस को आम जनता के सहयोग की जरूरत है। ताकि मोगा को एक सुरक्षित व शांतिप्रिय जिला बनाया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने जिले के नागरिकों से अपील की कि अगर उनके ध्यान में किसी भी तरह की कोई शक्की गतिविधि या गैरकानूनी कार्रवाई संबंधी जानकारी आती है, तो वे तुरंत 112 पर या नजदीकी पुलिस स्टेशन में इसकी सूचना दें।