
गुरदासपुर/ मोगा 9 फरवरी (मनी गुप्ता/ मुनीश जिन्दल)
“हैलो दीदी। नमस्ते। में कल जा रहा हूं। मेरे जाने के बाद, कोई भी दुखी मत होना। बाय बाय। मम्मी को भी कर देना बाय बाय”। यही आखिरी शब्द थे 22 वर्षीय युवक अक्षय के। आइए, पहले आप अक्षय द्वारा, एक खौफनाक कदम उठाने से पहले, उसके द्वारा बनाई गई उसकी एक वीडियो पर नजर डाल लें।

अक्षय पिछले एक वर्ष से ऑनलाइन गेम ‘पबजी’ खेल रहा था। घर वालों के मुताबिक यह गेम खेल खेलकर उसका दिमागी संतुलन बिगड़ चुका था। जिसके चलते उसने अब यह खौफनाक कदम उठाया है। फिलहाल जैसे कि आपने वीडियो में सुना, अक्षय ने घर से जाने की बात कही। जिसके बाद उसकी बहन के मुताबिक उसने बस में बैठने के बाद, एक वीडियो कॉल के माध्यम से उसे कहा कि, “ये मेरा आखिरी फोन है। मैं दरिया के पुल पर उतरकर छलांग मारने लगा हूं”। जिसके बाद उसका फोन स्विच ऑफ आने लगा। जिसके बाद जब घरवालों ने दरिया के पुल पर जाकर देखा, तो उन्हें अपने पुत्र,अक्षय की चप्पल तो मिली। लेकिन अक्षय का दूर दूर तक कहीं पता नहीं था। फिलहाल पीड़ित परिवार द्वारा संबंधित पुलिस स्टेशन को इस संबंधी सूचना देकर, उनके पुत्र की तलाश की गुहार लगाई गई है। व मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार को पुलिस द्वारा गोताखोरों को बुलाया गया है। ताकि लापता अक्षय की तलाश की जा सके।
SISTER OF MISSING AKSHAY
FATHER OF MISSING AKSHAY

दोस्तों ये भले ही ये मामला जिला गुरदासपुर के श्री हर गोबिंदपुर साहिब से संबन्धित है। लेकिन ये मामला, एक जिला गुरदासपुर तक ही सीमित नहीं है। क्यूंकि इससे पहले भी ऑनलाइन ‘पबजी’ गेम खेलने के चलते अनेक घरों के चिराग भुज चुके हैं या वे अपने घरवालों के नहीं रहे। सो जरूरत है, बच्चों सहित इनके अभिभावकों को इस संबंधी जागरूक होने की। जरूरत है, माता पिता को, अपने बच्चों के मोबाईल इस्तेमाल प्रति जागरूक होने की। कि कहीं उनका बच्चा भी ऑनलाइन ‘पबजी’ गेम का आदि तो नहीं हो रहा।
साथियों, अक्षय लापता है। हमारी गुजारिश है, कि आप इस खबर को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें। शायद डर के कारण अक्षय, घरवालों से कहीं छुपा बैठा हो। और आपका एक शेयर, उसकी जान बचादे। हम “मोगा टुडे न्यूज़” की टीम की ओर से यही आस करेंगे कि लापता अक्षय, जहां भी हो, सुरक्षित हो। व जल्द अपने घर, वापिस पहुंचे।

