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कनाडा से आई बुरी खबर ! पंजाबियों के सपनों पर आघात !!

कनाडा से आई बुरी खबर ! पंजाबियों के सपनों पर आघात !!

कनाडा / मोगा 27 दिसंबर (मुनीश जिन्दल)

कनाडा के इमिग्रेशन सिस्टम को मजबूत करने के मकसद से कनाडा के इमिग्रेशन मंत्री मार्क मिलर ने अब एक्सप्रेस एंट्री सिस्टम में बड़े बदलाव किए हैं। जिसके चलते उन भारतीयों के लिए, जो की आगामी भविष्य में पक्के तौर पर कनाडा बसना चाहते हैं, अब उनका यह सपना इतना सरल नहीं रह जाएगा। क्योंकि अब केनेडा की जस्टिन ट्रुडो सरकार ने अब तक भारतियों की फाइलों में मिलने वाले प्रमुख दस्तावेज लेबर ‘जॉब ऑफर लैटर’ के अतिरिक्त पॉइंट्स बंद करने का फैंसला लिया है। और ये नया नियम 2025 के वसंत मौसम से लागू हो जायेगा। 

पुंजबियन के गौरख धंधे पर असर :

आपको बतादें कि अभी तक अगर कोई भारतीय पक्के तौर पर कनाडा बसना चाहता था तो लेबर मार्केट इम्पैक्ट असैसमैंट (LMIA) उसकी फाइल का एक एहम दस्तावेज होता था। या दुसरे शब्दों में, वर्णनयोग्य है कि लेबर मार्केट इम्पैक्ट असैसमैंट (LMIA), जहां कनाडा कनाडा में स्थाई तौर पर बसने का सपना देख रहे आवेदक व उसके परिवार के लिए एक रामबाण का काम करता था, वहीं इम्मीग्रेशन के धंधे से जुड़े लोग अपने ही भारतियों/ पंजाबी लोगों से लेबर मार्केट इम्पैक्ट असैसमैंट (LMIA) लैटर के नाम पर मोटी व मुंह मांगी रकम ऐंठकर बड़े स्तर पर उनका शोषण करते थे। क्यूंकि आपके स्थाई तौर पर आवेदन की फाइल में लेबर मार्केट इम्पैक्ट असैसमैंट (LMIA) का दस्तावेज होने से आपको कैटागिरी के हिसाब से उसके 50 से 200 अंक मिल जाते थे। जिससे आपका CRS (कंप्रिहेंसिव रैंकिंग सिस्टम) पॉइंट सिस्टम बहुत मजबूत हो जाता था। और आप आसानी से कम समय में उत्तरी अमेरिका के कनाडा जैसे देशों के स्थाई वसनीक हो जाते थे। यहां ये भी वर्णन योग्य है कि अगर हम लेबर मार्केट इम्पैक्ट असैसमैंट (LMIA) के गौरख धंधे की बात करें, तो इससे गौरे (अंग्रेज) लोगों को लोई लेना देना नहीं है। 98 प्रतिशत से अधिक भारतीय, खासकर पंजाबी लोग ही इस गौरख धंधे में लिप्त हैं। अगर आज भी कनाडा सरकार अगर पिछले कुछ वर्षों की फाइलें पुनः खंगालती है तो, तो अनेक पंजाबियों का डिपोर्ट होना तय है।

अब 2025 से लागू होने वाले नए नियमों के मुताबिक़ एक्सप्रेस एंट्री के माध्यम से परमानेंट रेजिडेंसी के लिए अप्लाई करने वालों को जॉब ऑफर लेटर के एडिशनल पॉइंट नहीं मिलेंगे। दरअसल एक्सप्रेस एंट्री सिस्टम के माध्यम से कनाडा सरकार स्किल्ड वर्कर्स के ऑनलाइन आवेदन स्वीकार करती है। और हम पंजाबी लोग किसी ना किसी जुगाड़ के माध्यम से जॉब ऑफर लैटर हासिल कर लेते थे। और इस जॉब ऑफर लैटर के 50 से 200 पॉइंट्स जुड़ने से ये कागज आवेदकों के लिए एक गेम चेंजर का काम करता था। 

कनाडा सरकार को क्या होगा इसका फायदा : 

कनाडा के मिनिस्टर ऑफ़ इमीग्रेशन, रिफ्यूजी व सिटीजनशिप मार्क मिलर की इस घोषणा से भले ही उन भारतियों को, जो कि निकटतम भविष्य में कनाडा बसना चाहते थे, अपने सपनों पर पानी फिरता नजर आ रहा है। लेकिन कनाडा सरकार का ये बदलाव कनाडा के लिए आने वाले समय में फायदेमन्द साबित होगा। क्यूंकि अधिकतर गैर प्रशिक्षित लोग पैसे के बल पर जॉब ऑफर लैटर हासिल कर लेते थे और वहां के स्थाई वसनीक बन जाते थे। आप खुद ही अंदाजा लगालें कि जब किसी भी देश में गैर प्रशिक्षित लोग वहाँ का काम काज संभालेंगे, तो यकीनन वे लोग उस देश के सर्वपक्षीय विकास के लिए कहीं ना कहीं घातक सिद्द होंगे।

कनाडा सरकार की पैनी नजर थी इस गौरख खेल पर 

ऐसा नहीं है कि कनाडा सरकार पंजाबियों के इस गौरख खेल से अनजान थी। एक लम्बे समय से सरकार इस पर अंकुश लगाना चाहती थी। इस बात की भनक वहां रह रहे पंजाबियों को भी थी, कि इस मामले में सख्ती कभी भी हो सकती है। और आखिरकार वही हुआ, जिसका अंदेशा था। कनाडा सरकार के मिनिस्टर ऑफ़ इमीग्रेशन, रिफ्यूजी व सिटीजनशिप मार्क मिलर ने दिसंबर 23 को, की अपनी घोषणा में स्पष्ट कर दिया है कि 2025 से एक्सप्रेस एंट्री के आवेदकों को अब जॉब ऑफर लेटर के एडिशनल पॉइंट नहीं मिलेंगे। कनाडा सरकार ने अपने ब्यान में ये भी स्पष्ट किया है कि उनका इस प्रणाली में बदलाव का प्रमुख उद्देश्य एप्लीकेशन सिस्टम के स्किल्ड वर्कर्स कैटेगरी में चल रहे फ्रॉड को कम करना है। फिलहाल कनाडा सरकार ने अपने इस कदम को एक टेंपरेरी कदम बताते हुए कहा है कि उनकी इस घोषणा से एक्सप्रेस एंट्री सिस्टम में जॉब ऑफर लेटर के माध्यम से चल रहे गौरख धंधे को रोक लगेगी। इसके साथ ही सरकार ने अपने ब्यान में स्पष्ट किया है कि ‘हम कुछ जरूरी कदम उठा रहे हैं। ताकि ‘स्किल्ड टैलेंट’ जिसकी कि कनाडा को हमेशा से ही जरूरत रही है। स्किल्ड विदेशियों के कनाडा आने से हमेशा ही कनाडा के लिए फायदेमन्द रहा है।हमारा मकसद, बेहतरीन व होनहार लोगों को कनाडा लाना है। ताकि वे लोग यहां आकर, यहां बसकर, क्वालिटी नौकरियां कर, अपने घरों का बढ़िया पालन पोषण कर सकें’। 

पुराने आवेदकों पर इसका असर 

कनाडा के इमिग्रेशन मंत्री मार्क मिलर ने अपनी घोषणा में स्पष्ट किया है कि ये बदलाव 2025 के वसंत के मौसम से लागू होंगे। जो लोग पहले से स्थाई रेसीडेंसी के लिए आवेदन कर चुके हैं, उनके ऊपर यह घोषणा लागू नहीं होगी। इसके इलावा जिन लोगों को पहले से ही कनाडा सरकार की और से इस संबंधी आमंत्रण (INVITATION) प्राप्त हो चुका है, उन आवेदकों के केस पर भी इस घोषणा का कोई असर नहीं पड़ेगा। 

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