
मोगा 16 जुलाई, (मुनीश जिन्दल)
दोस्तों, आपके सहयोग व प्यार से “मोगा टुडे न्यूज़” की खबर का असर हुआ है। जिसके चलते शहर की अनेकों वर्ष पुरानी एक बेजुबान धरोहर को अपनी पुरानी जगह दोबारा मिल गई है, इस धरोहर को नगर निगम द्वारा पुनः इसकी पुरानी जगह पर स्थापित कर दिया गया है। और ये कार्य इलाके में स्थापित अंतर्राष्ट्रीय कम्पनी नैस्ले इंडिया फैक्ट्री के सहयोग से सम्भव हुआ है। जिसके बाद वातावरण प्रेमियों सहित रोजाना सुबह शाम सैर पर आने वाले लोगों ने जहां राहत की सांस ली है, वही उन्होंने “मोगा टुडे न्यूज़”, नगर निगम सहित नैस्ले इंडिया फैक्ट्री का धन्यवाद किया है। साथियों, अभी 13 जुलाई को “मोगा टुडे न्यूज़” की टीम की ओर से “नगर निगम की लापरवाही ने एक निर्जीव में डाले प्राण ! धरोहर को बचाने अदालत जाएंगे वातावरण प्रेमी”, शीर्षक तले एक खबर प्रमुखता से लगाई गई थी।

खबर में बताया गया था कि किस प्रकार 27 व 28 मई की मध्य रात्रि शहर में आए भयंकर तूफान व मुसलाधार बारिश में कश्मीरी पार्क में लगा वर्षों पुराना एक नीम का महाकाय वृक्ष धराशाही हो गया था।कश्मीरी पार्क व वेदांत पार्क, ये दोनों पार्क शहर के प्राचीन पार्कों में आते हैं व शहर के मध्य स्तिथ होने के कारण, बड़ी संख्या में लोग यहां रोजाना सुबह व शाम सैर के लिए आते हैं। क्योंकि यह वृक्ष रात्रि के समय गिरा था, तो किसी इंसान को इसका जानी या माली नुकसान नहीं हुआ था। लेकिन, क्योंकि यह वृक्ष पार्क में बने ट्रैक के बगल में लगा हुआ था और वर्षों पुराना होने के कारण इसकी जड़े धरती के बहुत नीचे थी, जिस कारण पार्क के ट्रैक का एक बड़ा हिस्सा जरूर खराब हो गया था। जो कि पार्क में सैर करने आने वाले लोगों के लिए एक समस्या बन गया था। नगर निगम को चाहिए था कि वे किसी वृक्ष विशेषज्ञ की राय से या तो इस गिरे हुए वृक्ष को दोबारा स्थापित करवाते या इसे फौरन वहां से हटवाकर सैर के लिए बने ट्रैक को ठीक करवाते। लेकिन नगर निगम ने 45 दिन बाद से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी इस विशालकाय, सुन्दर, हरियाली से लबा लब वृक्ष की कोई सुद्द नहीं ली। नतीजन समय के चक्कर के साथ साथ इस नीम के पेड़ की हरियाली जहां सूखती गई, वहीं इस विशालकाय पेड़ की शाखाओं को भी लोग धीरे धीरे चुरा कर ले गए। इस पार्क में बैठने वाले अनेक लोगों ने पिछले दिनों में अनेक महिलाओं को गठरियां बांधकर इस विशाल पेड़ की टहनियों को यहां से ले जाते हुए देखा है।

क्यूंकि ये वृक्ष एक प्रकृति आपदा के कारण गिरा था, इसलिए शुरुआत में तो लोगों का किसी के प्रति कोई गुस्सा नहीं था। लेकिन इन्तिहा तो तब हो गई थी, जब इस धाराशाही हुए महाविशाल वृक्ष के पुनः जड़ पकड़ने के बावजूद भी नगर निगम की लम्बी अनदेखी जारी रही और कुछ लोगों द्वारा इस बेजुबान को बेरहमी से काटने का सिलसिला जारी रहा। जिसके बाद अनेक वातावरण प्रेमियों सहित रोजाना सैर पर आने वाले मनमोहन अग्रवाल, अशोक गुप्ता, सुरिंदर शर्मा, नरेश कुमार, सुभाष चन्दर, एस.के सेठी सहित अन्य अनेक लोगों ने इस संबंधी “मोगा टुडे न्यूज़” के माध्यम से जिला प्रशासन से एक आखरी गुहार लगाई थी कि जिला प्रशासन इस संबंधी ध्यान दे, इस महाकाय धरोहर को पुनः स्थापित करवाए, अन्यथा उन्हें मजबूरन अदालत का रुख करना पड़ेगा। खबर प्रकाशित होने के बाद जिला प्रशासन ने संबंधित विभाग को इस मामले की और ध्यान के निर्देश दिए गए। जिसके बाद नगर निगम ने हरकत में आते हुए नैस्ले इण्डिया फैक्ट्री के सहयोग से बुधवार को इस वृक्ष को पुनः इसकी पुराणी जगह पर स्थापित करवा दिया गया।
खैर ! देर आए दुरुस्त आए ! इस महाकाय वृक्ष के अब पुनः स्थापित होने के बाद वातावरण प्रेमियों मनमोहन अग्रवाल, अशोक गुप्ता, सुरिंदर शर्मा, नरेश कुमार, सुभाष चन्दर, एस.के सेठी सहित अन्य अनेक लोग जहां “मोगा टुडे न्यूज़” का धन्यवाद कर रहे हैं, वहीं वे नगर निगम सहित नैस्ले इंडिया का भी धन्यवाद कर रहे हैं। और उन्होंने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि भविष्य में संबंधित विभागों को ऐसे मामलों के प्रति गंभीर होने की चेतावनी दें, ताकि भविष्य में शहर की कोई पुरानी धरोहर इस प्रकार जलील न हो।