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नगर निगम की कार्य प्रणाली पर उठे सवाल, DC को करना पड़ा हस्तक्षेप !!

नगर निगम की कार्य प्रणाली पर उठे सवाल, DC को करना पड़ा हस्तक्षेप !!

मोगा 18 अगस्त, (मुनीश जिन्दल) 

बात, शहर में सीवरेज की हो, पब्लिक पार्क में सफाई की हो या किसी वार्ड में स्ट्रीट लाइट चलने की। नगर निगम, इलाका वासियों को उक्त बुनियादी सहूलतें देने में अधिकतर फ्रंट पर फेल ही रहा है। जिसके चलते फिलहाल का आलम यह है की वार्ड नंबर 29 में बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट शुरू करवाने के लिए डिप्टी कमिश्नर सागर सेतिया को हस्तक्षेप करना पड़ा। ये खबर हम किन्हीं आधिकारिक सूत्रों के हवाले से आपको नहीं दे रहे हैं, अपितु इस बात का खुलासा खुद जिला लोक संपर्क अधिकारी के कार्यालय ने मीडिया के नाम एक प्रेस विज्ञप्ती जारी कर किया है। 

जिक्रयोग्य है कि सरकार द्वारा विभिन्न विभागों का काम सुचारू ढंग से चलाने लिए किसी भी विभाग में अनेक निम्न कर्मचारियों सहित अनेक विभिन्न रैंक के अधिकारियों के साथ एक उच्च अधिकारी की नियुक्ति की जाती है। संबंधित उच्च अधिकारी नियुक्त करने के पीछे सरकार का यही मकसद होता है कि प्रत्येक विभाग का उच्च अधिकारी, लोगों की बुनियादी जरूतों को ध्यान में रखते हुए, समय समय पर अपने अन्तर्गत्त आती टीम को जरूरी दिशा निर्देश देकर आम लोगों को समय रहते सरकारी सहूलतें उपलब्ध करवाए। और अगर हम बात नगर निगम के विभिन्न विभागों की करें, तो यहां भी प्रत्येक विभाग की कमान कोई न कोई उच्च स्तर का अधिकारी संभाले हुए है। लेकिन संबंधित अधिकारी आम जनता को ये सहूलतें देने में फेल साबित हो रहे हैं। जिसके चलते अब शहर का आलम यह है कि लोगों को स्ट्रीट लाइट जैसी बुनियादी सहूलत के लिए भी जिले के डिप्टी कमिश्नर का दरवाजा खट खटाना पड़ रहा है। अब सवाल ये है कि अगर किसी वार्ड में स्ट्रीट लाइट शुरू करवाने जैसे काम भी जिले के डिप्टी कमिश्नर ने ही करवाने हैं,  तो फिर ऐसे विभागों में उच्च अधिकारी नियुक्त करने का क्या अर्थ रह जाता है।

डिप्टी कमिश्नर सागर सेतिया द्वारा शहर के वार्ड नंबर 29 में स्ट्रीट लाइट शुरू करवाने का खुलासा तब हुआ, जब जिला लोक संपर्क अधिकारी के कार्यालय ने सोमवार को मीडिया के नाम एक प्रेस विज्ञप्ती जारी की। जिसमें साफ तौर पर लिखा गया है कि डिप्टी कमिश्नर सागर सेतिया के सख्त आदेशों से वार्ड नंबर 29 में सभी स्ट्रीट लाइट शुरू हो गई है। इसके साथ ही इस प्रेस विज्ञप्ती में यह भी लिखा गया है कि “पंजाब सरकार के दिशा निर्देशों के तहत जिला प्रशासन मोगा की और से लोगों को प्रशासनिक सेवाएं पूर्ण पारदर्शिता व समय बद्ध तरीके से उपलब्ध करवाई जा रही हैं। जहां आम लोगों की सुरक्षा का सवाल होता है, उस काम को पूरा करने में प्रशासन की ओर से बिल्कुल भी ढील नहीं की जाती है। मोगा के वार्ड नंबर 29 में स्ट्रीट लाइट बंद होने की सूचना मिलते ही डिप्टी कमिश्नर सागर सेतिया के सख्त निर्देशों के तहत सभी स्ट्रीट लाइट शुरू करवा दी गई हैं”। इस प्रेस विज्ञप्ति में डिप्टी कमिश्नर सागर सेतिया के हवाले से ये भी लिखा है की जिला प्रशासन मोगा आम लोगों की सुरक्षा व उन्हें सरकारी सहूलतें उपलब्ध करवाने के लिए गंभीर है। लोगों की मुश्किलों का निपटारा पहल के आधार पर किया जा रहा है।

हमारी “मोगा टुडे न्यूज़” की टीम की ओर से नगर निगम के विभिन्न विभागों के उच्च अधिकारियों से यही गुजारिश है कि वे ऐसे छोटे कामों के लिए शिकायत डिप्टी कमिश्नर कार्यालय तक न पहुंचने दें। क्योंकि डिप्टी कमिश्नर की सीट के अपने बहुत से अन्य कार्य होते हैं। इसके अतिरिक्त बतौर जिला मैजिस्ट्रेट भी, डिप्टी कमिश्नर की ड्यूटी और भी बढ़ जाती है।

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