

मोगा 24 जनवरी (मुनीश जिन्दल)
दोस्तों, उतार-चढ़ाव, जिंदगी का एक अहम हिस्सा है। अगर आज दिन है, तो उसके बाद रात का आना भी निश्चित ही है। समय के इस कालचक्र को, कोई भी व्यक्ति, चाहे वह कितना बड़ा धनवान हो, चाहे वह जिस मर्जी रुतबे पर हो, इसे कोई भी, ना तो झुठला सका है और ना ही, कोई इसे बदल पाएगा।
आज हम खास तौर से बात कर रहे हैं नगर निगम मोगा के मेयर बलजीत चन्नी की। जो भले ही आज सरकारी गाड़ी में घूमते हैं। लेकिन उनके जीवन में भी अनेक वर्ष, घोर मुश्किलों से भरे हुए थे। और उन्हें अपने जीवन के संघर्ष को देखकर अक्सर लगता था, कि क्या जिंदगी में कोई परिवार उन्हें लड़की देगा ??

