

मोगा 25 जनवरी (मुनीश जिन्दल)
दोस्तों, आज हम बात करेंगे मोगा नगर निगम के मेयर पद्द के लिए हुई राजनीति की। लेकिन, इसके लिए आपको, हमारे साथ थोड़ा पीछे, इतिहास में आना होगा। आपको याद ही होगा कि आम आदमी की पार्टी की सरकार बनने के बावजूद भी मोगा नगर निगम मेयर के पद पर कांग्रेस पार्टी की मेयर नीतिका भल्ला पद्द आसीन थी। और विधानसभा हलका मोगा की बागडोर, आम आदमी पार्टी के हाथों में आने के बाद, पुराणी मेयर नितिका भल्ला का बदलना तय ही था। फिर शुरू हुआ, मेयर बदलने का ताना-बाना। और जैसे ही नगर निगम मोगा में, नए मेयर के बनने की बात सामने आई, तो एक पार्षद, इसके लिए बहुत सरगर्म हो जाता है। उस पार्षद के मन में मेयर बनने की इच्छा, इतनी तीव्र थी, जुनून, इतना अधिक था कि इसके लिए वह एक मोटी राशि खर्च करने भी तैयार था।

सर्वप्रथम उस समय की तत्कालीन मेयर नीतिका भल्ला को उनके पद्द से हटाया जाता है। और फिर शुरू होता है अन्य पार्षदों को अपने हक में करने का सिलसिला। इसके लिए मीडिया का भी सहारा लिया जाता है। और उक्त पार्षद के मेयर बनने से पूर्व ही, अनेक न्यूज़ प्लैटफॉर्म पर, शहर में उसके हक़ में एक हवा बनाने की कोशिश की जाती है। लेकिन हम कहेंगे कि शायद समय से पहले, इस संबंधी, खबरों का प्रकाशन ही उक्त पार्षद की इच्छाओं को ले बैठा। वैसे भी बजुर्ग सच्च ही कहते हैं कि, ‘नजर तो, पत्थर को भी चीर देती है’। सूत्रों के मुताबिक़, उस समय शहर में कुछ पार्षदों की खरीद फरोख्त भी हुई थी। खैर, ये तो हुई सूत्रों की बात। लेकिन, इस मामले की सच्चाई क्या है ? इससे नगर निगम मोगा के मौजूदा मेयर बलजीत चन्नी ने पर्दा उठाया :