मोगा 15 नवम्बर (मुनीष जिन्दल)
ब्रह्मलीन स्वामी सहज प्रकाश जी की चतुर्थ पुण्यतिथि के अवसर पर स्थानीय गीता भवन मंदिर में स्वामी जी के समाधि पर उनकी चरण पादुकाएं स्थापित की गयी. गीता भवन मोगा के गद्दीनशीन स्वामी वेदांत प्रकाश जी ने जानकारी देते हुए बताया कि ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर 1008 स्वामी सहज प्रकाश जी की चौथी पुण्यतिथि के मौके पर गीता भवन में स्थित उनकी समाधि पर उनकी चरण पादुकाएं स्थापित की गई है। उन्होंने बताया कि यह चरण पादुकाएं विशेष तौर से जयपुर से बनकर आई हैं।
स्वामी वेदांत प्रकाश जी ने बताया कि एक साधारण धार्मिक कार्यक्रम में सर्वप्रथम ब्रह्मलीन स्वामी सहज प्रकाश जी को श्रद्धा पूर्वक पुष्पांजलि अर्पित की गई। इसके पश्चात चरण पादुकोण की आरती कर विशाल भंडारा वितरित किया गया। इस मौके पर स्वामी वेदांत प्रकाश जी ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी वेदान्तानन्द जी महाराज ने गीता भवन एवं पवन धाम के माध्यम से समाज को अध्यात्म एवं धर्म के मार्ग से मानव कल्याण से जोड़ने का जो रास्ता अपनाया था, उसे सर्वप्रथम ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर 1008 स्वामी सहज प्रकाश जी ने अपनाया, और चूंकि अब वे गद्दी नशीन हैं, इसलिए अब ये उनका उत्तर दायित्व बनता है कि वे दोनों स्वामी जी द्वारा दिखाए मार्ग पर चलते हुए उनके उद्देश्य को आगे बढ़ाएं। स्वामी वेदांत प्रकाश जी ने विशवास दिलाया कि वे इस मंतव को प्रभावशाली ढंग से आगे बढ़ाते हुए मानव कल्याण के कार्यक्रम करने में पीछे नहीं हटेंगे। वे दोनों ब्रह्मलीन स्वामी जी के उद्द्देश्य को आगे बढ़ाने में अपना दिनरात एक कर देंगे। इसके लिए उन्होंने स्वामी जी के भक्तों से भी आगे आकर धार्मिक कार्यकर्मों में अपनी भागीदारी बढ़ाने की अपील की।
चरण पादुकाएं स्थापित करने के मौके पर स्वामी वेदांत प्रकाश जी, पंडित राम जी, एडवोकेट सुनील गर्ग, मोहिनी जिन्दल, नीना सिंघल, प्रतिभा, अनीता मित्तल, परीक्षा, शिव नन्दन, सुरिंदर गोयल, बोधराज मजीठिया, मोहिन्दर जिन्दल, चमनलाल बजाज सहित स्वामी जी के अनेक अनन्य भक्त मौजूद थे।