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CBSE द्वारा अकाउंटेंसी विषय के महत्व को बढ़ाने हेतु सेमिनार आयोजित : सोनीया !!

CBSE द्वारा अकाउंटेंसी विषय के महत्व को बढ़ाने हेतु सेमिनार आयोजित : सोनीया !!

मोगा 11 जुलाई, (मुनीश जिन्दल)

आज का युग व्यापार का युग है। आज सारा विश्व आपस में व्यापारिक रिश्तों से जुड़ा हुआ है। भारत भी बहुत तेजी से वैश्विक स्तर पर व्यापारिक रिश्तों के माध्यम से प्रगति कर रहा है। इसीलिए लेखाशास्त्र यानी कि अकाउंटेंसी का महत्व  बहुत बढ़ गया है। जिसके चलते सीबीएसई की और से अकाउंटेंसी विषय के महत्व को समझते हुए व आगामी भविष्य में विद्यार्थियों में अकाउंटेंसी विषय प्रति रुचि बढ़ाने, छात्रों के बीच अकाउंटेंसी विषय के प्रति सजगता बढ़ाने के मकसद से स्थानीय डी.एन मॉडल स्कूल में एक दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार की शुरुयात सीबीएसई की सिटी कोऑर्डिनेटर व डी.एन मॉडल स्कूल की प्रिंसिपल मैडम सोनिया ने सेमिनार के विशेष महमानों व इस सेमीनार में शमूलियत करने के लिए दूर दराज के स्कूलों से पहुंचे अध्यापकों के स्वागत करते हुए की। यहां जिक्रयोग्य है कि सेमिनार की अध्यक्षता SBBS इंटरनेशनल स्कूल जालंधर के प्रिंसिपल रणजीत सिंह व कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल जालंधर की कोऑर्डिनेटर बलजीत कौर द्वारा की गई।

सेमिनार के रिसोर्स पर्सन, रणजीत सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में छात्रों के बीच हालांकि यह विषय नया नहीं है परंतु दसवीं से पहले तक इस विषय की ज्यादा जानकारी न होने के कारण अनेक विद्यार्थी इस विषय से कई बार दूरी बनाए रखते हैं। रिसोर्स पर्सन रणजीत सिंह ने बताया कि जब छात्रों का बाहरी, वास्तविक जीवन से संपर्क होगा तो किस प्रकार अकाउंट्स विषय, उनके रोजमर्रा के जीवन में काम आएगा। यदि विद्यार्थी खुद को आगामी भविष्य में व्यापार के क्षेत्र में आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो भी उन्हें एकाउंट्स विषय की सर्वाधिक आवश्यकता पड़ेगी, क्योंकि व्यापार को समझने के लिए अकाउंट्स को समझना अनिवार्य है।

इस सेमिनार की दूसरी रिसोर्स पर्सन व कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल जालंधर की कोऑर्डिनेटर बलजीत कौर ने भी अपने संबोधन में कहा कि इस सेमिनार का लक्ष्य अकाउंट विषय की शैक्षिक, तकनीकी, क्रियात्मक पद्धति की जानकारी देना है। उन्होंने यह भी बताया कि किस प्रकार अकाउंट्स विषय किसी के लिए उसकी आजीविका का साधन बन सकता है। तथा विद्यार्थी इस विषय के अध्ययन से एक उज्जवल भविष्य की और अग्रसर हो सकते हैं।

डी.एन मॉडल स्कूल की हिंदी विषय की अध्यापिका ज्योति सूद ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि इस सेमिनार में राज्य के विभिन्न सीबीएसई बोर्ड के शिक्षण संस्थाओं के लगभग 39 अध्यापकों ने भाग लिया था। उन्होंने बताया कि  सेमिनार को सफल बनाने में उपस्थित अध्यापकों ने अपना अहम योगदान दिया तथा उन्होंने अपने मन में उठ रहे प्रश्नों को रिसोर्स पर्सन के साथ साझा किया। जिसका रिसोर्स पर्सन द्वारा भी उन्हें फ़ौरन जवाब देकर अध्यापकों के मन की शंकाओं को दूर किया गया। उपस्थित अध्यापक, रिसोर्स पर्सन के जवाब से पूरी तरह संतुष्ट दिखाई दिए।

सेमिनार के समापन पर डी.एन मॉडल स्कूल की प्रिंसिपल मैडम सोनिया ने आए दोनों मेहमानों द्वारा दिए गए मार्गदर्शन के लिए उनका धन्यवाद किया। इस मौके पर मैडम सोनिया ने अपने स्कूल की प्रबंधन कमेटी का भी धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि प्रबंधन कमेटी ने इस सेमिनार को सफल बनाने में अपना भरपूर योगदान दिया है। इधर स्कूल की वाइस प्रिंसिपल मोनिका बांसल ने मोगा टुडे न्यूज़ की टीम से बातचीत के दौरान इस सेमिनार के आयोजन के लिए सीबीएसई का धन्यवाद करते हुए कहा कि ये सेमीनार बहुत ही लाभकारी था व इस प्रकार के सेमिनार भविष्य में भी होते रहने चाहिए।

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