
मोगा 26 नवंबर (मुनीश जिन्दल)
स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने आए विद्यार्थियों की कक्षाओं का माहौल बेहतर बनाने के मकसद से CBSE की और से स्थानीय DN मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल में ‘हैप्पी क्लासरूम’ विषय पर क्षमता निर्माण सेमिनार का आयोजन किया गया। स्कूल की प्रबंधन कमेटी सहित प्रिंसिपल मैडम सोनिया की निगरानी में हुए इस महत्वपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम में विद्यालय के 45 अध्यापकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
स्कूल की हिंदी की अध्यापिका ज्योति सूद व जीव विज्ञान की अध्यापिका अमनदीप बेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को एक ऐसे शिक्षण वातावरण के निर्माण हेतु प्रेरित करना था, जो छात्रों के सर्वांगीण विकास, जैसे भावनात्मक, मानसिक, सामाजिक और शैक्षिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाए। उन्होंने बताया कि सेमिनार में रोशन लाल जैन सर्व हितकारी मंदिर फाजिल्का के प्रिंसिपल जोली मोंगा और न्यू जीएमटी पब्लिक स्कूल लुधियाना की प्रिंसिपल कनिका सचदेवा ने संसाधक विशेषज्ञों के रूप में शिरकत की। जिन्होंने विभिन्न गतिविधियों, उदाहरणों, समूह चर्चाओं के माध्यम से बताया कि बच्चों के लिए आनंदमय वातावरण तैयार करने से उनकी सीखने की क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होती है। विशेषज्ञों ने अध्यापकों को सकारात्मक संवाद, कक्षा प्रबंधन, प्रेरणादायक प्रश्न, तनाव नियंत्रण, बच्चों की भावनाओं को समझने और संबंध आधारित शिक्षण जैसी कई महत्वपूर्ण तकनीकों से अवगत कराया, जिससे अध्यापकों को कक्षा में खुशहाली वातावरण बनाने में प्रेरणा मिलेगी।

इस सेमिनार की सफलता में स्कूल की प्रबंधन कमेटी का विशेष योगदान रहा। मैनेजमेंट अध्यक्ष तुषार गोयल व अश्विनी शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं होती, बल्कि विद्यार्थियों के लिए प्रसन्न, सुरक्षित और प्रेरक माहौल तैयार करना भी अत्यंत आवश्यक है। तुषार ने उम्मीद जताई कि भविष्य में भी ऐसे उपयोगी प्रशिक्षण कार्यक्रम निरंतर आयोजित किए जाएंगे। प्रबंधन कमेटी सदस्य कपिल सूद व गौरव गर्ग ने भी अपना कीमती समय निकालकर इस आयोजन को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इसी प्रकार के उपयोगी सेमिनारों को निरंतर जारी रखने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की प्रिंसिपल सोनिया ने सभी अध्यापकों का उत्साहवर्धन करते हुए आग्रह किया कि वे इस सेमिनार से प्राप्त शिक्षण पद्धतियों को अपनी कक्षाओं में क्रियान्वित करें ताकि विद्यार्थी अधिक आत्मविश्वासी, रचनात्मक एवं सक्रिय रूप से सीखने की ओर प्रेरित हों। उन्होंने सीबीएसई और सभी संसाधक विशेषज्ञों का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह प्रशिक्षण विद्यालय के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगा।
इस सेमिनार में स्कूल के अध्यापक मोनिका बांसल, रेनू चानना, रेनू मकौल, गुरविंदर कौर, ज्योति सूद, अर्जुन वीर सिंह, सन्नी, हितेश शर्मा सहित अन्य सीनियर अध्यापकों ने भाग लिया।

