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DN मॉडल स्कूल के सुभाष चंद्र की 31 वर्षों की मेहनत लाई रंग, इस अवार्ड से हुए सम्मानित

DN मॉडल स्कूल के सुभाष चंद्र की 31 वर्षों की मेहनत लाई रंग, इस अवार्ड से हुए सम्मानित

मोगा 29 नवंबर (मुनीश जिन्दल) 

डी.एन. मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, मोगा के नॉन टीचिंग स्टाफ के सदस्य सुभाष चंद्र (सीनियर सुपरीटेंडेंट अकाउंटेंट) को गैर शैक्षणिक वर्ग में उनके उत्कृष्ट योगदान और समर्पित सेवाओं के लिए FAP National Awards 2025 में ” प्राइड ऑफ स्कूल अवार्ड (गैर शैक्षणिक) से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उन्हें शनिवार को चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में आयोजित भव्य राष्ट्रीय पुरस्कार समारोह में प्रदान किया गया।

हिंदी की अध्यापिका ज्योति सूद ने “मोगा टुडे न्यूज़” से बातचीत के दौरान बताया कि यह समारोह FAP (Federation of Private Schools & Associations of Punjab) द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें विभिन्न श्रेणियों में बेहतरीन कार्य करने वाले शिक्षकों और नॉन टीचिंग स्टाफ का सम्मान किया गया। डी.एन मॉडल स्कूल के सुभाष चंद्र (सीनियर सुपरिटेंडेंट अकाउंटेंट) को यह सम्मान उनके अनुशासित कार्य, निष्ठा, परिश्रम और विद्यालय के सुचारू संचालन में दिए गए अमूल्य योगदान के आधार पर प्रदान किया गया है।

इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष तुषार गोयल ने कहा की सुभाष चंद्र सदैव जिम्मेदारी और लगन के साथ कार्य करते रहे हैं और उनकी सेवाओं ने संस्था को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में  महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है तथा भविष्य में भी वे इसी तरह स्कूल के लिए इसी लगन के साथ कार्य करते रहेंगे। डी.एन मॉडल स्कूल के अन्य गणमान्य मैनेजमेंट सदस्यों अश्वनी कुमार शर्मा, योगेश ठाकुर, अविनाश गुप्ता, सुभाष सूद, अमित बंसल, आयुष अरोड़ा (रिक्की), परवीन शर्मा, गौरव गर्ग, कपिल सूद और राकेश गांधी ने सुभाष चंद्र को उनकी कार्य क्षमता के लिए उन्हें बधाई दी।

स्कूल की प्रिंसिपल मैडम सोनिया सहित स्कूल के साथी कर्मचारियों और अध्यापकों ने इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए सुभाष चंद्र को हार्दिक बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं दी। इधर ये अवार्ड पाने वाले सुभाष चंद्र ने FAP के साथ साथ स्कूल प्रबंधन कमेटी के इलावा ख़ास तौर पर प्रिंसिपल मैडम सोनीया का धन्यवाद किया। सुभाष ने कहा कि ये मैडम सोनीया की दूरदर्शिता का ही परिणाम है कि, स्कूल में इतना स्टाफ होने के बावजूद उनका नाम चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी को भेजा गया, जिसके आधार पर आज उन्हें FAP की और से इस अवार्ड से सन्मानित किया गया है, जिसके लिए वे सदैव उनके आभारी रहेंगे।

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