

मोगा 5 मार्च (मुनीश जिन्दल)
बुधवार का दिन किसानों के लिए अच्छा नहीं रहा। पिछले लंबे समय से अपनी मनमानी करते आ रहे किसान, बुधवार को भी जिला सचिवालय परिसर के अंदर घुसकर धरना प्रदर्शन करना चाहते थे। लेकिन इस बार पुलिस जहां उन्हें सुरक्षा तो प्रदान कर ही रही थी, वहीं उन्हें अन्दर दाखिल न होने देने पर भी अड़िग थी। जिसके चलते जब जबरन किसानों द्वारा जिला सचिवालय परिसर के अन्दर घुसने का प्रयास किया, तो पुलिस को भी मजबूरन उन्हें पीछे धकेलना पड़ा। इसी बीच अनेक किसान शांतिपूर्वक धरना देने की आड़ में जिला सचिवालय की दीवारें फांदते भी देखे गए।आईए,
आप पहले जरा, एक नजर इस वीडियो पर डाल लें।

मीडिया के रूबरू किसान नेता ने किसानों की अनेक मांगों को जायज बताते हुए, पुलिस की इस कार्यवाही को उनके खिलाफ पुलिस की धक्केशाही बताया। किसान नेता, अपनी जायज मांगों में जहां उनके ऊपर दर्ज पराली को आग लगाने के मामलों को रद्द करने की मांग करते नजर आए, वहीं उन्होंने विभिन्न किसानी धरनों के दौरान, जिन किसानों की मौत हुई है, उनके परिजनों को सरकारी नौकरी, मुआवजा व उनका समस्त कर्जा माफी की मांग की।