
मोगा 16 जून, (मुनीश जिन्दल)
प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में अनेकों बार, अच्छे व बुरे, नए मोड़ आते रहते हैं। आज हम बात कर रहे हैं ऐसे दो युवकों की, जो वैसे तो विभिन्न जिलों से संबंधित थे, लेकिन थे, दोनों ही नशे के आदि। व उनके परिजनों ने उनका नशा छुड़ाने के लिए उन्हें एक नशा छुड़ाओ केन्द्र में भर्ती करवाया था। लेकिन ना तो उनके परिजनों को व ना ही नशे की गन्दी लत्त छोड़ने के लिए नशा छुड़ाओ केन्द्र में भर्ती हुए उन नौजवानों को ये मालूम था कि उनकी नशा छुड़ायो केन्द्र की ये यात्रा भविष्य में क्या रंग लाने वाली है।

इन दोनों युवकों की नशा छुड़ायो केन्द्र में दोस्ती इतनी गहरी हो गई कि इन दोनों युवकों ने वहां से बाहर आकर जुर्म की दुनिया में पैर पसार लिए व आज ये लोग हथियारों के सप्लायर बन गए। इस बात का खुलासा तब हुआ, जब जिला मोगा के सीआईए स्टाफ ने एक गुप्त सूचना के आधार पर तीन मोटरसाइकिल सवार युवकों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से कुल 5 पिस्टल व 12 जिन्दा कारतूस बरामद किए। जिन्होंने अपनी अग्रिम पूछताछ में बताया कि इन्होंने ये हथियार 2 युवकों से लिए थे। जो कि हथियार सप्लाई का काम करते हैं। पुलिस फाइलों के मुताबिक़, उनके द्वारा काबू किए गए इन हथियार सप्लायर दोस्तों पर पहले से विभिन्न धाराओं के तहत कुल 22 मामले दर्ज हैं।
क्या है पूरा मामला ? आखिर कौन हैं ये हथियारों के सप्लायर ? कौन-कौन से हथियार उक्त दोषियों से बरामद किए गए हैं ? हथियारों के ये सप्लायर, कहां के रहने वाले हैं ? किन विभिन्न धाराओं के तहत उनके ऊपर पहले से 22 मामले दर्ज हैं ? आपके और हमारे, सवालों के जवाब एसपीडी बालकृष्ण सिंगला ने एक पत्रकार वार्ता के दौरान साझा किए। इस मौके पर उनके साथ डीएसपी डी सुखामृत सिंह रंधावा, सीआईए स्टाफ मैहना के इंचार्ज इंस्पेक्टर दलजीत सिंह बराड़ भी मौजूद थे।