
मोगा 11 अगस्त, (मुनीश जिन्दल)
चकाचौंध की दुनिया व कुर्सी का नशा, इसे पाने के लिए इंसान किसी भी हद तक जाने को तैयार हो जाता है। फिर वह रास्ता चाहे जायज हो या नाजायज। कुछ ऐसा ही हुआ है सोमवार सुबह शहर के एक प्राचीन शिक्षण संस्थान, DM कॉलजीएट सीनियर सेकेंडरी स्कूल में, जहां शहर के प्रतिष्ठित लोगों के समूह द्वारा स्कूल पर जबरन कब्जा करने का प्रयास किया गया।
आपको बतादें कि ये वही गुट है, जिनके द्वारा 3 मार्च 2025, को DN मॉडल सीनियर सेकेण्डरी स्कूल पर जबरन कब्ज़ा किया गया था। उस समय कब्ज़ा राजनीतिक छतर छाया में पुलिस के सहयोग से किया गया था। आर्य प्रतिनिधि सभा पंजाब के अनेकों मामले राज्य की विभिन्न अदालतों सहित पुलिस व प्रशासनिक अधिकारीयों के पास लंबित होने के बावजूद, उस वक्त स्कूल में दाखिल हुए लोग, आर्य प्रतिनिधि सभा पंजाब (रजिस्टर्ड) के प्रधान सुदर्शन शर्मा द्वारा हस्ताक्षरित एक पत्र को आधार बनाकर स्कूल में दाखिल हुए थे, जिसमें आर्य प्रतिनिधि सभा पंजाब (रजिस्टर्ड) के प्रधान सुदर्शन शर्मा ने अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए, पुराने सभी हुकुमों को समाप्त करते हुए, डीएम कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी, मोगा के बैनर तले एक नई मैनेजमेंट कमेटी के गठन का ऐलान किया था। जिसके अनुसार नई मैनेजमेंट कमेटी में सुदर्शन शर्मा (खुद प्रधान), SM शर्मा सचिव, प्रवीण शर्मा, अशोक बांसल, रविन्दर गोयल (C.A.), अनिल गोयल, जतिन्दर गोयल, आयुष अरोड़ा (रिक्की), गौरव गर्ग व नरिन्दर सूद आदि को सदस्य बनाया गया था। आज का ये जबरन प्रयास भी उसी तर्ज पर उसी कमेटी के कुछ सदस्यों द्वारा किया गया। और अगर हम बात आज के घटनाक्रम की करें, तो स्कूल में दाखिल होने वालों में SM शर्मा, प्रवीण शर्मा, अशोक बांसल, अनिल गोयल, जतिन्दर गोयल, आयुष अरोड़ा, नरिन्दर सूद शामिल थे।
क्या हुआ, कैसे हुआ :
वक्त सुबह 10:40 का, एकाएक 10 से 12 लोग स्कूल के दफ्तर में दाखिल होते हैं। उस वक्त उनके साथ 2 पुलिस कर्मचारी भी मौजूद थे। उस वक्त स्कूल की officiating प्रिंसिपल विपनजोत कौर, कुछ अन्य लोगों के साथ अपने दफ्तर में ही मौजूद थी। उसके बाद कुछ और बाहरी लोग दफ्तर में शामिल होते हैं, तो पुलिस कर्मचारियों को दफ्तर के बाहर भेज दिया जाता है। इसी बीच दाखिल हुए लोगों में से एक व्यक्ति DVR की तारें खींच कर DVR को तोड़ कर अपने साथ ले जाता है। इसी दौरान थाना सिटी 2 के प्रभारी गुलजिंदर पाल सेखों भी पहुंच जाते हैं, लेकिन मामला नहीं सुलझता।
घबरा गए विद्यार्थी, किया प्रदर्शन :
जब ये घटना हुई, तब स्कूल लगा हुआ था और स्कूल के अनेक विद्यार्थी कैंटीन में बैठे हुए थे, व जब उन्होने अपने स्कूल में बाहरी लोगों को आते देखा, तो उनका घबराना लाजमी था। और विद्यार्थियों ने अपने स्तर पर स्कूल में दाखिल हुए लोगों के खिलाफ प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। सूत्रों के मुताबिक़ विद्यार्थियों ने बाहरी लोगों के खिलाफ नारेबाजी भी की।
नई प्रिंसिपल को साथ लाई थी नई प्रबंधन कमेटी :
स्कूल पर काबिज होने आई नई प्रबंधन कमेटी योजनाबद्ध तरीके से स्कूल में दाखिल हुई थी। वे मैडम गुरिंदर जीत कौर सोढ़ी, जो कि इसी स्कूल की पुरानी अध्यापिका भी रही हैं, को स्कूल प्रिंसिपल की कुर्सी पर बैठाने के लिए अपने साथ ही लेकर आए थे। और दफ्तर में दाखिल होते ही उन्होंने स्कूल की पुरानी प्रिंसिपल विपनजोत कौर को एक पत्र थमाते हुए उनके दफ्तर में दाखिल हुए लोगों को स्कूल की नई प्रबंधन कमेटी मानते हुए उस पत्र पर हस्ताक्षर करने के लिए दबाव डाला, अन्यथा उन्हें निलंबित करने की बात कही गई। लेकिन विपनजोत कौर अपने फैसले पर अड़िग रही और नए लोगों को बतौर स्कूल की नई प्रबंधन कमेटी मानने से साफ़ इंकार कर दिया। लेकिन जैसे ही मैडम विपनजोत कौर कुर्सी से खड़ी हुई, तो नई प्रबंधन कमेटी के साथ आई मैडम गुरिंदर जीत कौर सोढ़ी प्रिंसिपल की कुर्सी पर बैठ गई, और जब तक थाना प्रभारी ने अपना अग्रिम संदेश नहीं सुनाया, तब तक वे प्रिंसिपल की कुर्सी पर ही विराजमान रहीं।
अध्यापकों ने दिया पुराने लोगों का साथ :
इस सारे घटनाक्रम में स्कूल स्टाफ ने स्कूल पर काबिज पहली प्रबंधन कमेटी व अपनी पुरानी प्रिंसिपल का साथ दिया। मीडिया के समक्ष उन्होंने बताया कि किस प्रकार ये घटनाक्रम घटित हुआ।
AMANPREET KAUR
प्रिंसिपल ने सुनाई आपबीती :
इसी बीच मीडिया के रूबरू हो स्कूल की प्रिंसिपल विपनजोत कौर ने अपनी आपबीती सुनते हुए उनके दफ्तर में दाखिल हुए बाहरी लोगों पर गंभीर आरोप लगाए। क्या कहना था विपनजोत कौर का, आइए आप भी सुनलें।
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नए सचिव ने बताया आरोपों को निराधार :
DM कालेज मेनेजिंग कमेटी मोगा के सचिव SM शर्मा ने पुरानी प्रिंसिपल द्वारा लगाए आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि इस घटनाक्रम के अधिकांश वक्त वे दफ्तर में मौजूद ही नहीं थे।
SM SHARMA
तहसीलदार आए और गए :
मामले की गंभीरता को देखते हुए हलांकि प्रशासन की ओर से तहसीलदार विकास शर्मा को भेजा गया था, लेकिन वे भी थोड़ी देर बैठने के बाद बिना मीडिया को मिले, एकाएक वहां से चले गए। वहां मौजूद दोनों ही प्रबंधन कमेटियों सहित पुलिस कर्मचारी भी यही समझते रहे कि शायद तहसीलदार साहिब बाहर हैं, अभी पुनः अंदर आएंगे। लेकिन वे कब चले गए, इस बात का किसी को आभास ही नहीं हुआ। और उसके बाद उन्होंने मीडिया कर्मियों के फोन भी नहीं उठाया।
स्कूल स्टाफ ने दी पुलिस को शिकायत :
स्कूल के अनेक स्टाफ सदस्यों द्वारा आज के इस घटनाक्रम संबंधी थाना सिटी साउथ की पुलिस को एक लिखित शिकायत दी गई। जिसमें उन्होंने उनके स्कूल का DVR चोरी करने सहित स्कूल स्टाफ के साथ हुए दुर्व्यवहार का जिक्र करते हुए इन्साफ की मांग की है।

POLICE COMPLAINT COPY
काफी हद तक सफल रहे नए लोग :
अगर हम बात हमारी “मोगा टुडे न्यूज़” के विश्लेषण की करें, तो काफी हद तक स्कूल पर जबरन काबिज होने आई नई प्रबंधन कमेटी के लोग अपने मंतव में कामयाब रहे। क्योंकि उन्होंने अपने इस कृत्य से बिना वजह 8 वर्षों से स्कूल पर काबिज प्रबंधन कमेटी को झटका देते हुए उनकी प्रिंसिपल को एक बार कुर्सी से उठा दिया। क्योंकि इस सारे घटनाक्रम के वक्त प्रबंधन कमेटी के कार्यकारीणी सदस्य अजय अग्रवाल मौजूद थे और जब थाना प्रभारी साउथ गुलजिंदर पाल सेखों ने ये फरमान सुनाया कि SDM साहिब के पास पेश होने तक किसी भी प्रबंधन कमेटी का कोई भी प्रिंसिपल कुर्सी पर नहीं बैठेगा, तो हमारी नजर में कहीं ना कहीं ये पुरानी प्रबंधन कमेटी की हार ही थी और मौके पर मौजूद अजय अग्रवाल, SK शर्मा सहित अन्य अनेक लोग इस फैंसले को मूक दर्शक बन सुनते रहे।
वैसे भी दोस्तों इस नए गुट की यही मंशा है कि अगर वे लोग खुद स्कूल पर काबिज नहीं हो सकते, तो किसी तरह से पुराने लोगों को यहां से खदेड़ा जाए। जिस कुर्सी का सुख वे खुद नहीं भोग सकते, तो दुसरे किसी को उसका आनंद क्यों लेने दिया जाए। इसी के चलते, नई प्रबंधन कमेटी इसी बात में प्रयासरत्त है कि किसी प्रकार स्कूल में ‘रिसीवर’ की नियुक्ति हो जाए।
आखिरकार क्या हुआ फैसला :
दोपहर लगबघ 3 बजे तक, जब दोनों पक्षों द्वारा एक दुसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी रहा, तो इसी बीच थाना सिटी साउथ के प्रभारी गुलजिंदर सिंह सेखों ने आकर बताया कि दोनों पक्षों को SDM मोगा द्वारा अपना पक्ष रखने के लिए कल, यानी 12 अगस्त को सुबह 11 बजे का समय दिया गया है। तब तक प्रिंसिपल की कुर्सी पर किसी भी कमेटी का प्रिंसिपल नहीं बैठेगा।