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DM कॉलेजिएट स्कूल जबरन कब्ज़ा मामला ! जानें SDM ने क्या दिया फैसला ??

DM कॉलेजिएट स्कूल जबरन कब्ज़ा मामला ! जानें SDM ने क्या दिया फैसला ??

मोगा 12 अगस्त, (मुनीश जिन्दल) 

गत दिवस “मोगा टुडे न्यूज़” द्वारा एक खबर प्रकाशित की गई थी कि किस प्रकार शहर के कुछ प्रतिष्ठित लोगों का एक समूह इन दिनों राजनीतिक सरंक्षण में पुलिस के बल प्रयोग से शिक्षण संस्थानों पर कब्जे करने में लगा हुआ है। इस कड़ी के तहत इस प्रतिष्ठित लोगों के समूह द्वारा पहले 3 मार्च 2025, को DN मॉडल सीनियर सेकेण्डरी स्कूल पर कब्ज़ा किया गया था और अब उसके बाद 11 अगस्त को DM कॉलेजिएट स्कूल पर जबरन कब्ज़ा करने का प्रयास किया गया। अपने इस कब्ज़ा करने के प्रयास के दौरान खुद को संस्था की असल मैनेजमेंट बताने वाले प्रतिष्ठित लोगों का ये गुट अपने साथ एक नई प्रिंसिपल को भी लेकर गए थे, जिसे उन्होंने जबरन स्कूल प्रिंसिपल की कुर्सी पर बैठा दिया। यही नहीं इस दौरान स्कूल की पुरानी प्रिंसिपल, जो कि पंजाब बोर्ड से मान्यता प्राप्त थी के हाथ में एक पत्र थमाकर उसे उस पर हस्ताक्ष करने को कहा गया, जिस पर कि लिखा था कि वे नई मैनेजमेंट को स्कूल की मैनेजमेंट मानटी हैं, अन्यथा ऐसा ना करने की सूरत में उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया जाएगा।

स्कूल पर कब्जा करने आए लोगों के साथ पुलिस कर्मचारी तो मौके पर ही मौजूद थे, लेकिन उसके बाद जहां थाना सिटी साउथ के प्रभारी गुलजिंदर पाल सेखों लंबे समय तक स्कूल में मौजूद रहे, वहीं थाना सिटी एक के प्रभारी वरुण कुमार भी कुछ समय के लिए स्कूल पहुंचे थे। स्कूल में हुए इस घटनाक्रम की एक लिखित शिकायत स्कूल की पुरानी प्रिंसिपल विपनजोत कौर व अन्य स्टाफ सदस्यों द्वारा थाना सिटी साउथ को दी गई थी। जिसमें लिखा गया था कि किस प्रकार कुछ बाहरी लोगों ने जबरन आकर स्कूल का माहौल खराब करते हुए जहां उनके स्कूल की प्रिंसिपल विपनजोत कौर को कुर्सी से उठा दिया, वहीं अनेक स्टाफ सदस्यों के साथ दुर्व्यवहार भी किया। इसके इलावा पुलिस को दी शिकायत में ये भी लिखा गया था कि इस दौरान स्कूल में पहुंचे दूसरे गुट के लोगों का एक सदस्य स्कूल के सीसीटीवी कैमरा का DVR तोड़कर अपने साथ ले गया। कई घंटे तक यह ड्रामा चलने के बाद जब पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई थी तो मजबूरन उन्हें प्रशासनिक अधिकारियों को इससे अवगत करवाना पड़ा था। जिस पर थाना सिटी साउथ के प्रभारी गुलजिंदर पाल सेखों ने दोनों पक्षों को सूचित किया था कि दोनों पार्टियां 12 अगस्त, दिन मंगलवार को एसडीएम मोगा सारंगप्रीत सिंह औजला के समक्ष सुबह 11:00 बजे पहुंचकर अपना अपना पक्ष रखेंगी। तब तक किसी भी गुट की प्रिंसिपल कुर्सी पर विराजमान नहीं होंगी।

आज सुबह SDM मोगा सारंगप्रीत सिंह औजला की अदालत में स्कूल की पुरानी प्रबंधन कमेटी की और से कमेटी के कार्यकारिणी सदस्य अजय अग्रवाल व SK शर्मा के इलावा स्कूल की प्रिंसिपल विपनजोत कौर सहित स्कूल का स्टाफ बड़ी संख्या में पहुंचा था, जबकि दूसरे प्रतिष्ठित गुट की और से उनकी कमेटी के सचिव एसएम शर्मा, नरेंद्र सूद, रविंद्र गोयल (CA), अशोक बांसल, जितेंद्र गोयल व अनिल गोयल आदि मौजूद थे। जहां दोनों ही गुट के लोगों द्वारा अपना अपना पक्ष SDM सारंगप्रीत सिंह औजला के समक्ष पेश किया गया। इस मौके पर कुछ पल ऐसे भी थे, जब एसडीएम साहब की मौजूदगी में दोनों पक्षों के सदस्यों के बीच खुद को सही बताने के चक्कर में तीखी नोकझोंक भी हुई।

एसडीएम सारंगप्रीत सिंह औजला को मिलने के बाद स्कूल की प्रिंसिपल विपनजोत कौर ने इस संबंधी जानकारी मीडिया से साझा की।

VIPONJOT KAUR

जबकि इधर दूसरी मैनेजमेंट के सचिव एसएम शर्मा ने बताया कि उनके द्वारा भी कुछ कानूनी दस्तावेज एसडीएम को सौंप कर बताया गया है कि उनकी एंट्री सही थी। इसके साथ ही एसएम शर्मा सहित अन्य सदस्यों ने स्कूल से DVR चोरी करने के इल्जामों को सिरे से नकार दिया।

जिसके बाद एसडीएम सारंगप्रीत सिंह औजला ने मीडिया के समक्ष अपना फैसला सुनाया।

PCS SARANGPREET SINGH AUJLA (SDM MOGA)

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