
मोगा 19 सितंबर, (मुनीश जिन्दल)
पंजाब के जिला मोगा में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जिले के एक गांव के सरकारी स्कूल की 10+1 कक्षा में पढ़ते एक 16 वर्षीय विद्यार्थी ने अध्यापकों की डांट से खुद को बे इज्जत महसूस करते हुए घरवालों को बिना बताए कोई जहरीली चीज पीली, जिसके बाद 27 दिन विभिन्न अस्पतालों में जिंदगी व मौत की बीच हुई कश्मकश में विद्यार्थी ने शुकरवार तड़के आखिरकार दम तोड़ दिया। बच्चे की मौत के बाद परिवार वालों द्वारा गांव से निकलते जीटी रोड पर धरना भी लगाया गया, लेकिन पुलिस ने समय रहते मृतक बच्चे के पिता कुलविंदर सिंह के बयानों के आधार पर सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल कमाल के 6 अध्यापकों के खिलाफ बनती धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया।
यहां जिक्रयोग्य है कि जब जशनदीप अस्पताल में उपचार अधीन था, तो उसके घर वालों ने एक वीडियो भी बनाई थी, जिसमें जशनदीप स्कूल के 6 अध्यापकों का नाम लेते हुए उसे तंग करने की बात कह रहा है।

धर्मकोट के डीएसपी जसवरिन्दर सिंह ने मीडिया को मामले संबंधी जानकारी दी।
DSP JASVARINDER SINGH SIDHU
साथियों बेशक पुलिस द्वारा आरोपी अध्यापकों के खिलाफ बनती धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है व आने वाले दिनों में अध्यापकों की गिरफ्तारी भी हो जाएगी या हो सकता है कि पुलिस की गिरफ्त में आने से पूर्व अध्यापक जमानत करवाने में सफल हो जाएं, लेकिन दोस्तों जरूरत है आज बच्चों को किताबी शिक्षा के साथ साथ अपने अध्यापकों को उच्च कोटि का दर्जा देने की व इतनी कम उम्र में माता पिता तुल्य अध्यापकों की पिटाई या डांट से क्षुब्ध ना होने की शिक्षा देने की। ताकि बच्चे किसी भी अध्यापक द्वारा पिटाई करने पर या डांटने पर खुद को बे इज्जत महसूस करते हुए भविष्य में ऐसा कोई गलत कदम ना उठाएं। जिसका खामियाजा कि सारी उम्र मृतक बच्चे के परिवार वालों को तो भुगतना पड़ेगा ही, वहीं स्कूली अध्यापकों का भविष्य व उनकी जिंदगी भी दाव पर लग गई है। क्योंकि आजकल कुछ बच्चे इस बात का लाभ लेते हुए कि अध्यापक कौन सा उन्हें कुछ कह सकते हैं, अध्यापकों से बदतमीजी करने में गुरेज नहीं करते हैं।

