



मोगा 3 जनवरी (मुनीश जिन्दल)
आप पहले जरा एक नजर इस वीडियो पर डाल लें :



आपको शायद लगा होगा कि इसमें क्या ख़ास है। ट्रैफिक पुलिस ने नाका लगाया हुआ है। वाहनों की चैकिंग की जा रही है। जिनके कागजात पूरे नहीं है, उनका चालान किया जा रहा है। जी नहीं जनाब, फिर शायद आपने इस वीडियो को ध्यान से नहीं देखा।
खैर विडियो तो आप दोबारा देख ही लेंगे, लेकिन चलिए फिलहाल हम आपको बताते हैं। जैसे प्रत्येक व्यक्ति या संस्था/ विभाग, अपने हिसाब से नए वर्ष की शुरुआत करते हैं, वहीं मोगा की ट्रैफिक पुलिस ने भी एक अनोखा ट्रैफिक नाका लगाकर अपने नए वर्ष 2025 की शुरुआत की। इस नाके में क्या खास था ? आखिर क्यों वाहन चालकों ने इस नाके से राहत की सांस ली ? इसके लिए आपको ले चलते हैं कुछ वाहन चालकों के पास। क्या कहना था उनका, आप ही सुनलें :


जी हां बिल्कुल सही सुना आपने। इस नाके की यही खासियत थी कि जिन बुलेट मोटरसाइकिल के पटाखे नहीं बज रहे थे व जिन वाहनों के कागजात भी पूरे थे। उन्हें ट्रैफिक पुलिस की ओर से चॉकलेट देकर उनका हौंसला बढ़ते हुए उन्हें सन्मानित किया गया। इस मौके पर ट्रैफिक इंचार्ज मोगा, थानेदार खेमचंद पराशर भी मीडिया के रूबरू हुए। ऐसा नाका लगाने के पीछे उनका क्या मकसद था, आप खुद ही सुनलें :
SI KHEMCHAND PRASHAR, TRAFFIC INCHARGE, MOGA



बेशक ट्रैफिक पुलिस मोगा की ये एक बेहतरीन पहल थी। अगर पुलिस इसी तरह आम जनता से पेश आए, तो शायद वो दिन दूर नहीं होगा, जब लोग कागजात तो पूरे रखेंगे ही, पुलिस का दोस्त होने के नाते उनसे इलाके के शरारती तत्वों की जानकारी भी बे खौफ साझा करेंगे। अब देखना ये दिलचस्प रहेगा कि पुलिस का ये रवैया एक दिन तक ही सीमित रहेगा, या आने वाले दिनों में पुलिस, आम जनता से इस सम्बन्ध को और गहरा करेगी।

