


मोगा, 24 फरवरी (मुनीश जिन्दल)
राज्य की प्रमुख शिक्षण संस्था ISF कॉलेज ऑफ फार्मेसी में डिप्लोमा, डी.फार्मा के विद्यार्थियों के लिए गेस्ट लेक्चर का आयोजन किया गया। इस मौके पर ISFCPR के प्रिंसिपल डा. आर.के. नारंग न बताया कि फार्मेसी प्रैक्टिस विभाग के हैड डा. सौरभ कोसे ने विद्यार्थियों को फार्मेसी प्रैक्टिस पर अपने विचार रखे। इस मौके पर डा. कोसे ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, पब्लिक, प्राइवेट सेक्टर, अस्पताल, कम्युनिटी फार्मेसी, जन औषधि केन्द्र, आनलाइन फार्मेसी, ड्रग इंस्पेक्टर, क्लीनिकल रिसर्च, प्रोडक्शन, मार्केटिंग, क्वालिटी इंशोरेंस, ड्रग रैगुलरेटरी विभाग, सेल्स, रेलवे, आर्मी आदि में जॉब की अपार संभावनाएं है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में भारत के फार्मासिस्ट ने वैश्विक महामारी कोविड 19 के दौरान लगभग 130 देशों को दवाइयां भेजकर अपनी सार्थकता सिद्ध की है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के कई कार्यक्रम के तहत नैशनल हेल्थ मिशन, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य मिशन, इमरजेंसी मेडिसन, ड्रग डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर इत्यादि में भारत सरकार फार्मासिस्ट नियुक्त कर रही है। डा. कोसे ने विद्यार्थियों को समय के अनुकूल, अपने सॉफ्ट एवं हार्ड स्किल परिवर्तन लाने हेतु प्रेरित किया। इस मौके पर डिप्लोमा विभाग की हेड करिशमा अग्रवाल व पंकज मौर्य ने सभी का धन्यवाद किया।