

मोगा 4 अप्रैल (मुनीश जिन्दल)
पंजाब के अनेक निजी स्कूलों द्वारा चल रही अभिभावकों की लूट के मद्देनजर, राज्य सरकार एक बार फिर से एक्शन मोड में नजर आ रही है। जिसके चलते राज्य के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने स्पष्ट किया है कि पंजाब के अनेक निजी स्कूलों द्वारा किताबों के चयन व यूनिफॉर्म (वर्दियों) को लेकर की जा रही मनमर्जी के खिलाफ, एक्शन होगा। जिसके लिए राज्य सरकार की ओर से पंजाब के सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नर को एक पत्र जारी कर इस संबंधी कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं। यह जानकारी शुक्रवार को पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने साझा की। उन्होंने कहा कि राज्य के अनेक जिलों से किताबों व यूनिफॉर्म संबंधी शिकायतें लगातार उनके पास पहुंच रही हैं। जिसके चलते, इस संबंधी कार्रवाई के लिए, राज्य के सभी डिप्टी कमिश्नर को पावर दी गई है। उन्होंने बताया कि डिप्टी कमीश्नर को पावर देने के पीछे, मकसद यही है, कि लोगों की शिकायतों का पहल के आधार पर, समय रहते हल हो सके। शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने बताया कि उन्हें पता चला है कि कुछ स्कूलों ने पिछले साल की किताबें, इस साल फिर से बदल दी हैं। जबकि सरकार ने 2023 में तय किया था कि केवल एनसीईआरटी की किताबें ही विद्यार्थियों को पढ़ाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि अनेक जिलों से यूनिफार्म को लेकर भी शिकायतें आ रही हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि अभिभावकों की लूट नहीं होने दी जाएगी। ऐसा करने वाले स्कूलों पर फौरन एक्शन लिया जाएगा। इसके साथ ही शिक्षा मंत्री ने बताया कि, फिलहाल पटियाला के स्कूलों का ऑडिट चल रहा है।
दोसतों हम आपको बताना चाहते हैं कि इस संबंधी, हमारी “मोगा टुडे न्यूज़” की टीम जल्द ही जिला मोगा के उन निजी स्कूलों का खुलासा करेंगे, जिन्होंने कि पिछले समय में इस प्रकार की धांधलियां की हैं।
बेशक राज्य के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस द्वारा दिया गया यह बयान प्रशंसनी है। लेकिन अब ये देखना दिलचस्प रहेगा कि शिक्षा मंत्री का यह बयान, सिर्फ बयान तक ही सीमित रहता है या इस मामले में दोषी निजी स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी। ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो आने वाला समय ही बताएगा।