

मोगा 09 मई (मुनीश जिन्दल)
दोस्तों, जब से भारत पाकिस्तान युद्ध शुरू हुआ है, तो अधिकांश लोगों की विभिन्न प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सहित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर व्यस्तता बढ़ गई है। इसी बीच अनेक चैनल, खबरें दिखाते समय, एक सायरन की आवाज का इस्तेमाल करते हैं। और ये सायरन किसी ब्रेकिंग न्यूज़ या आपातकालीन स्थिति का संकेत होता है। लेकिन दोस्तों आज हम आपको, उस आवाज से अवगत करवाने जा रहे हैं, जिसकी की पहचान होना, आपके लिए अति जरूरी है। आईए, पहले आप जरा उस आवाज को ही सुन लें और अपने जहन में डाल लें।
साथीयों, ये जिस आपातकालीन सायरन की आवाज आपने सुनी है, ये वही सायरन है, जिसे कि पंजाब सरकार द्वारा राज्य के सभी जिलों को भेजा गया है। व किसी भी आपातकालीन स्तिथि में आपको सूचित करने के लिए, आपको अलर्ट करने के लिए, यही सायरन, आपके जिला प्रशासन द्वारा बजाय जाएगा। और एक मीडिया प्लेटफॉर्म होने के नाते, हम यह अपनी ड्यूटी समझते हैं, कि आपको इस आपातकालीन स्थिति में बजने वाले सायरन की आवाज से अवगत करवाएं। और शायद आपको ये जानकर हैरानी होगी, कि इस सायरन का अपना एक प्रोटोकॉल भी है। इस सायरन का अलग अलग अवधि के लिए बजने के, अलग अलग उद्देश्य हैं। उसका अलग अलग तातपर्य है। और मौजूदा समय की गंभीरता को देखते हुए, आपको उस प्रोटोकॉल की जानकारी होना भी उतना ही जरूरी है, जितना कि आपके द्वारा इस सायरन की आवाज को पहचानना। इस सायरन के प्रोटोकॉल संबंधी व उस आपातकालीन स्तिथि में आपको व हमें क्या करना है, इस रहस्य से डिप्टी कमिश्नर सागर सेतीया ने “मोगा टुडे न्यूज़” की टीम से एक ख़ास बातचीत के दौरान पर्दा उठाया।