मोगा 6 दिसंबर (मुनीश जिन्दल)
सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पर दोस्ती हुई, दोस्ती प्यार में बदली, और फिर प्यार शादी तक पहुंच गया। लेकिन बाराती दुल्हन का इंतजार करते रहे और घंटों इंतजार के बाद भी जब दुल्हन या उनकी और से कोई नहीं पहुंचा, तो मजबूरन बारातियों को पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 की शरण लेनी पड़ी। जिसके बाद संबंधित पुलिस थाना से लड़की वालों के बताए लैंडमार्क पर खड़े बारातियों के पास पहुंचे पीसीआर व पुलिस कर्मियों ने उनकी व्यथा सुन, अग्रिम कार्यवाई के लिए उन्हें अपने साथ थाने ले गए।
बस फिर क्या था :
घटनाक्रम के अनुसार जिला जालंधर का 28 वर्षीय दीपक कुमार विदेश दुबई में लेबर का काम करता है। उसके मुताबिक़ 3 वर्ष पहले जिला मोगा की एक लड़की से सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पर उसकी दोस्ती हुई थी। ‘बस फिर क्या था’, धीरे-धीरे फोन नंबर एक्सचेंज हो गए। ‘बस फिर क्या था’, दोस्ती आगे बढ़ने लगी। ‘बस फिर क्या था’, फिर बातों का समय भी बढ़ने लगा व धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में बदल गई। ‘बस फिर क्या था’, समय के साथ-साथ बातें और भी बढ़ती गई, और धीरे धीरे बातें प्यार में बदल गई। ‘बस फिर क्या था’, प्यार से बात शादी तक पहुंच गई।
पीड़ित दूल्हे दीपक कुमार के मुताबिक उसे उसकी सोशल मीडिया (इंस्टाग्राम) दोस्त ने अपना नाम मनप्रीत उर्फ़ प्रीत बताया था व खुद को पेशे से एक वकील बताया था। पीड़ित दीपक कुमार व उसके पिता प्रेमचंद ने बताया कि इस दरमियान उनकी लड़की के घर वालों से फोन पर बात होती रही व उन्होंने शादी के लिए पहले 2 दिसंबर, सोमवार का दिन तय किया था। जिसके लिए दूल्हा दीपक विदेश, दुबई से भारत आ गया था। लेकिन बकौल दूल्हा दीपक कुमार व उसके पिता प्रेम चंद, लड़की के पिता के सड़क हादसे में चोट लग गयी थी। जिसके चलते लड़की वालों ने शादी 3-4 दिन आगे डालते हुए लड़के वालों को शुक्रवार को बारात मोगा लाने के लिए कहा था। व लड़की वालों के मुताबिक़ शादी, मोगा के ‘रोज गार्डन पैलेस’ में रखी गई थी। जिसके लिए बारात को गीता भवन मंदिर का लैंडमार्क बताकर उन्हें वहां रुककर इन्तजार करने के लिए कहा गया था। लड़के वालों के मुताबिक़, वे लोग अनेक गाड़ियों में सवार होकर कुल 150 के करीब बाराती जालंधर जिले से सुबह जल्दी चलकर दोपहर 1:30 बजे लड़की वालों के बताए निश्चित स्थान गीता भवन मंदिर के बाहर पहुंच गए थे। जिसके बाद वे लोग लड़की वालों के बताए लैंडमार्क, गीता भवन के बाहर खड़े लड़की वालों का इंतजार करने लगे।
पीसीआर व थाना सिटी साउथ के पुलिस अधिकारियों के सामने लड़की वालों को फोन करते बाराती। (छाया: डैस्क)
लेकिन 4 घंटों से अधिक समय तक इन्तजार करने के बाद लड़की वालों की तरफ से कोई भी नहीं आया। इसी बीच लड़की वालों ने बारातियों के फोन उठाने भी बन्द कर दिए और बारातियों को ये भी पता चला कि मोगा में तो कोई ‘रोज गार्डन’ नाम का पैलेस ही नहीं है, तो लड़के वाले खुद को ठगा हुआ महसूस करने लगे, व मजबूरन उन्हें पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 की शरण लेनी पड़ी। जिसके बाद PCR सहित संबंधित थाना सिटी साउथ की पुलिस ने गीता भवन मंदिर के बाहर पहुंचकर बारातियों की व्यथा सुनी व उन्हें अग्रिम कार्रवाई के लिए अपने साथ पुलिस स्टेशन ले गए।
पुलिस द्वारा इस संबंधी क्या कार्रवाई की गई, ये जानने के लिए पुलिस थाना सिटी साउथ के प्रभारी गुलजिंदर सिंह सेखों से उनके फोन पर सम्पर्क करने का अनेकों बार प्रयास किया गया, लेकिन उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा था और पुलिस थाना के नंबर पर घंटी तो जाती रही, लेकिन वो फोन किसी ने भी नहीं उठाया। लेकिन इधर पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ पुलिस अभी बारातियों की बात सुन उनके ब्यान दर्ज कर रही है, जिसके बाद अग्रिम करवाई को अमल में लाया जायेगा।
इधर इसी बीच पीड़ित दूल्हे दीपक व उसके पिता प्रेम चंद ने ‘मोगा टुडे न्यूज़’ की टीम को अपनी आप बीती भी सुनाई। क्या कहना था, पीड़ित बारातियों का, आइए आप भी सुनलें :
VICTIM DEEPAK KUMAR (GROOM)
VICTIM PREM CHAND (GROOM FATHER)