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सरकार व प्रशासन की नाकामी के चलते पंचायत ने जारी किए अनोखे आदेश !!

निहाल सिंह वाला/ मोगा 7 दिसंबर ( जगवीर आजाद/ मुनीश जिन्दल)  राज्य की मौजूदा सरकार नशे को एक महीने में राज्य से खत्म करने के मुद्दे पर सत्ता में आई थी। और फिलहाल पंजाब में नशे का क्या आलम है, वह आपके और हमारे सामने भली भांति है। आए दिन अनेकों युवक नशे की ओवरडोज के चलते अपनी जान गंवा रहे हैं। अनेकों परिवार तबाह हो चुके हैं, तबाह हो रहे हैं, व तबाह होने की कगार पर हैं। लेकिन अगर हम बात जिला मोगा के गांव धूरकोट रणसींह की करें, तो सरकार व प्रशासन की नाकामी के चलते अब यहां की ग्राम पंचायत ने पहलकदमी करते हुए गांव वासियों के हित में अनेकों एहम फैंसले लिए हैं। जिसके चलते अब लगने लगा है कि शायद इस गांव का भाग्य जागेगा और आने वाली युवा पीढ़ी एक नशा मुक्त, अपराध मुक्त, गंदगी मुक्त, माहौल में सांस ले सकेगी। अब इस गांव में नहीं होगा, कोई प्रेम विवाह :  सर्वप्रथम आपको बता दें कि इस गांव में ग्राम पंचायत सर्व समिति से बनी थी व फिलहाल गांव की सरपंची एक महिला के हाथों में है। व गांव की पंचायत ने शपथ लेते ही गांव वासियों के हित में अनेक फैंसले लिए हैं। गांव की पंचायत ने  सबसे एहम फरमान ये जारी किया है कि अब गांव का लड़का और लड़की आपस में शादी नहीं करवा सकेंगे। अगर कोई भी व्यक्ति ऐसा करता है, तो उन्हें गांव से बाहर निकाल दिया जाएगा। व पंचायत भी उस  व्यक्ति के परिवार की कोई मदद नहीं करेगी।  ड्रग चिट्टा व अन्य नशों पर अंकुश :  इसके साथ ही अगर कोई व्यक्ति गांव में चिट्टा (ड्रग/ नशा) बेचता पकड़ा  जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही गांव में मेडिकल नशा भी बेचने पर पूर्णतया पाबंदी लगाई गई है। अगर फिर भी कोई दुकानदार इन आदेशों की उलंघना करता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के साथ-साथ उसे 10 हजार रु जुर्माना लगाने का प्रावधान रखा गया है। इसके अलावा अगर गांव में कोई भी दुकानदार 18 साल से कम उम्र के व्यक्ति को तंबाकू, सिगरेट या स्ट्रिंग आदि बेचता है, तो उसके खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ 10 हजार रु जुर्माना लगाया जाएगा। इसके इलावा ये भी फरमान जारी किया गया है कि गांव का कोई भी मोहतवार व्यक्ति, जैसे सरपंच, पंच या नंबरदार नशा बेचने वाले किसी भी व्यक्ति की जमानत नहीं देगा। इसके साथ ही अगर कोई भी राजनीतिक लीडर या प्रशासन की ओर से नशा बेचने वाले व्यक्ति की किसी प्रकार की सहायता की जाएगी तो गांव की कमेटी की ओर से उस व्यक्ति के घर या दफ्तर के बाहर धरना लगाया जाएगा।  अन्य लोकहित आदेश : इसके अलावा यह भी फरमान जारी हुआ है कि गांव में किसी भी खुशी के मौके पर महंतों को बधाई ₹ 1100 दी जाएगी और अगर गांव में कोई भी प्रोग्राम है तो रात को डीजे 10:00 बजे तक ही बजेगा। इसके इलावा कोई भी व्यक्ति गांव के पास कूड़ा नहीं फैलाएगा। अगर कोई व्यक्ति सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा फेंकते पकड़ा जाता है, तो पंचायत उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी। और अगर कोई व्यक्ति किसी सरकारी स्थान पर चोरी करता हुआ पकड़ा जाता है, तो भी पंचायत उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी। इसके साथ ही स्कूल लगने या स्कूल की छुट्टी के समय, कोई भी व्यक्ति बिना काम के उस क्षेत्र में नहीं जाएगा।  इस संबंधी गांव की सरपंच कर्मजीत कौर व पंचायत मेंबर सरबजीत सिंह खालसा मीडिया के रूबरू हुए। क्या कहना था उनका, आइए आप भी सुनलें :  SARPANCH KARAMJIT KAUR SARABJEET SINGH KHALSA (MEMBER PANCHAYAT)

नहीं पहुंची दुल्हन ! विदेशी दूल्हे को घंटों इंतजार के बाद लेनी पड़ी पुलिस की शरण !!

मोगा 6 दिसंबर (मुनीश जिन्दल)  सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पर दोस्ती हुई, दोस्ती प्यार में बदली, और फिर प्यार शादी तक पहुंच गया। लेकिन बाराती दुल्हन का इंतजार करते रहे और घंटों इंतजार के बाद भी जब दुल्हन या उनकी और से कोई नहीं पहुंचा, तो मजबूरन बारातियों को पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 की शरण लेनी पड़ी। जिसके बाद संबंधित पुलिस थाना से लड़की वालों के बताए लैंडमार्क पर खड़े बारातियों के पास पहुंचे पीसीआर व पुलिस कर्मियों ने उनकी व्यथा सुन, अग्रिम कार्यवाई के लिए उन्हें अपने साथ थाने ले गए।  बस फिर क्या था :  घटनाक्रम के अनुसार जिला जालंधर का 28 वर्षीय दीपक कुमार विदेश दुबई में लेबर का काम करता है। उसके मुताबिक़ 3 वर्ष पहले जिला मोगा की एक लड़की से सोशल मीडिया इंस्टाग्राम पर उसकी दोस्ती हुई थी। ‘बस फिर क्या था’, धीरे-धीरे फोन नंबर एक्सचेंज हो गए। ‘बस फिर क्या था’, दोस्ती आगे बढ़ने लगी। ‘बस फिर क्या था’, फिर बातों का समय भी बढ़ने लगा व धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में बदल गई। ‘बस फिर क्या था’, समय के साथ-साथ बातें और भी बढ़ती गई, और धीरे धीरे बातें प्यार में बदल गई। ‘बस फिर क्या था’, प्यार से बात शादी तक पहुंच गई।  पीड़ित दूल्हे दीपक कुमार के मुताबिक उसे उसकी सोशल मीडिया (इंस्टाग्राम) दोस्त ने अपना नाम मनप्रीत उर्फ़ प्रीत बताया था व खुद को पेशे से एक वकील बताया था। पीड़ित दीपक कुमार व उसके पिता प्रेमचंद ने बताया कि इस दरमियान उनकी लड़की के घर वालों से फोन पर बात होती रही व उन्होंने शादी के लिए पहले 2 दिसंबर, सोमवार का दिन तय किया था। जिसके लिए दूल्हा दीपक विदेश, दुबई से भारत आ गया था। लेकिन बकौल दूल्हा दीपक कुमार व उसके पिता प्रेम चंद, लड़की के पिता के सड़क हादसे में चोट लग गयी थी।  जिसके चलते लड़की वालों ने शादी 3-4 दिन आगे डालते हुए लड़के वालों को शुक्रवार को बारात मोगा लाने के लिए कहा था। व लड़की वालों के मुताबिक़ शादी, मोगा के ‘रोज गार्डन पैलेस’ में रखी गई थी। जिसके लिए बारात को गीता भवन मंदिर का लैंडमार्क बताकर उन्हें वहां रुककर इन्तजार करने के लिए कहा गया था। लड़के वालों के मुताबिक़, वे लोग अनेक गाड़ियों में सवार होकर कुल 150 के करीब बाराती जालंधर जिले से सुबह जल्दी चलकर दोपहर 1:30 बजे लड़की वालों के बताए निश्चित स्थान गीता भवन मंदिर के बाहर पहुंच गए थे। जिसके बाद वे लोग लड़की वालों के बताए लैंडमार्क, गीता भवन के बाहर खड़े लड़की वालों का इंतजार करने लगे।  पीसीआर व थाना सिटी साउथ के पुलिस अधिकारियों के सामने लड़की वालों को फोन करते बाराती। (छाया: डैस्क) लेकिन 4 घंटों से अधिक समय तक इन्तजार करने के बाद लड़की वालों की तरफ से कोई भी नहीं आया। इसी बीच लड़की वालों ने बारातियों के फोन उठाने भी बन्द कर दिए और बारातियों को ये भी पता चला कि मोगा में तो कोई ‘रोज गार्डन’ नाम का पैलेस ही नहीं है, तो लड़के वाले खुद को ठगा हुआ महसूस करने लगे, व मजबूरन उन्हें पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 की शरण लेनी पड़ी। जिसके बाद PCR सहित संबंधित थाना सिटी साउथ की पुलिस ने गीता भवन मंदिर के बाहर पहुंचकर बारातियों की व्यथा सुनी व उन्हें अग्रिम कार्रवाई के लिए अपने साथ पुलिस स्टेशन ले गए।  पुलिस द्वारा इस संबंधी क्या कार्रवाई की गई, ये जानने के लिए पुलिस थाना सिटी साउथ के प्रभारी गुलजिंदर सिंह सेखों से उनके फोन पर सम्पर्क करने का अनेकों बार प्रयास किया गया, लेकिन उनका फोन स्विच ऑफ आ रहा था और पुलिस थाना के नंबर पर घंटी तो जाती रही, लेकिन वो फोन किसी ने भी नहीं उठाया। लेकिन इधर पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ पुलिस अभी बारातियों की बात सुन उनके ब्यान दर्ज कर रही है, जिसके बाद अग्रिम करवाई को अमल में लाया जायेगा।  इधर इसी बीच पीड़ित दूल्हे दीपक व उसके पिता प्रेम चंद ने ‘मोगा टुडे न्यूज़’ की टीम को अपनी आप बीती भी सुनाई। क्या कहना था, पीड़ित बारातियों का, आइए आप भी सुनलें :  VICTIM DEEPAK KUMAR (GROOM) VICTIM PREM CHAND (GROOM FATHER)

डिप्टी कमिश्नर के आदेश पर अब सेहत विभाग कर्मी सड़कों पर उतरकर करेंगे ये काम ………….

मोगा 6 दिसंबर (अशोक मौर्य)  ‘डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल नेशनल पल्स पोलियो मुहिम को लेकर गंभीर हैं। जिसके चलते उनके सख्त आदेश हैं कि 8 से 10 दिसंबर 2024 तक पिलाई जाने वाली पोलियो रोकथाम बूंद से जिले का एक भी बच्चा वंचित नहीं रहना चाहिए’। इन शब्दों का प्रगटावा जिला टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर अशोक सिंगला ने मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान किया। जिला टीकाकरण अधिकारी शुक्रवार को सेहत विभाग की ओर से नेशनल पल्स पोलियो राउंड के लिए जागरूकता रैली को हरी झंडी देने के मौके मीडिया के रूबरू हुए थे। इस रैली में निजी नर्सिंग स्कूलों सहित सरकारी नर्सिंग स्कूल, सिविल अस्पताल की छात्राओं ने भी भाग लिया। इस दौरान रैली में जिला टीबी अफसर डॉक्टर जीबी सोढ़ी, सुमित बजाज, शालू मरवाह, अमित शर्मा, नर्सिंग अध्यापक मैडम कमलप्रीत कौर, नरेंद्र कौर, नर्सिंग मिस्ट्रेस लखवीर कौर के इलावा थापर नर्सिंग कालेज के समूह विद्यार्थियों भी शामिल थे।  पल्स पोलियो प्रोगाम के नोडल अधिकारी डॉ अशोक सिंगला ने बताया कि 8 से 10 दिसंबर 2024 तक जिला मोगा के 0 से 5 साल तक के 98 हजार 447 बच्चों को पोलियो रोकथाम बूंद पिलाई जाएंगी। जिसके लिए 8 दिसंबर को जिले में  395 बूथ लगाकर पोलियो रोकथाम बूंद पिलाई जाएंगी जब्कि 9 वा 10 दिसंबर को सेहत विभाग की 588 टीमें घर-घर जाकर यह पोलियो रोकथाम बूंदे पिलाएंगी। ताकि जीरो से 5 साल की उम्र का कोई भी बच्चा पोलियो रोकथाम बूंद से वंचित न रह जाए। उन्होंने बताया कि इस मुहिम को सफल बाने के लिए एएनएम,आशा वर्कर, आंगनवाड़ी वर्कर, वालंटियर सहित विभाग के कर्मचारी सहयोग कर रहे हैं।  इस तस्वीर में शहर में मुनादी के लिए रिक्शा को रवाना करते जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ अशोक सिंगला। (छाया: अशोक) जिला टीकाकरण अधिकारी डॉक्टर सिंगला ने बताया कि इस पल्स पोलियो मुहिम के लिए जिले के अंदर अलग-अलग ब्लॉक व शहरी क्षेत्र में टीमों को लामबंद किया गया है। ताकि हर बच्चे तक पोलियो रहित रोकथाम बूंद पहुंच सके। उन्होंने कहा कि सेहत विभाग की ओर से बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन व अन्य जनतक स्थानों पर भी 16 ट्रांजिट टीम वा 21 मोबाइल टीमों की ओर से ये पोलियो रोकथाम बूंद पिलाई जाएंगी। जब्कि दूर दराज के इलाकों में बच्चों को ये बूंदें पिलाने के लिए जरूरी मोबाइल टीमें लगाई गई हैं। उन्होंने बताया कि इस मकसद के लिए 79 सुपरवाइजर लगाए गए हैं। उन्होंने आम लोगों व समाजसेवी संस्थाओं को इस मुहिम के दौरान अपनी नैतिक जिम्मेदारी समझते हुए सहयोग देने की अपील की। इस मौके पर जिला मीडिया कोऑर्डिनेटर अमृत शर्मा भी हाजिर थे।

फाईलों में कैद पड़े हैं डी.सी. के आदेश !! फ़िल्मी गाने से सीख की जरूरत !!

मोगा 6 दिसंबर (मुनीश जिन्दल)  ‘साथी हाथ बढ़ाना, साथी हाथ बढ़ाना, एक अकेला थक जाएगा, मिलकर बोझ उठाना’। 1950 के दशक की फिल्म ‘नया दौर’ का ये गीत, जिसमें अदाकार दिलीप कुमार व वैजयंती माला ने काम किया था, आपको याद ही होगा। और वैसे भी सच्ची ही है, कि अगर किसी काम को एक टीम बनाकर किया जाए तो उसकी सफलता निश्चित है, लेकिन अगर उसी काम का बोझ, किसी एक के कंधों पर डाल दिया जाए, तो यकीनन उस काम के सफल होने में अनेकों किन्तु परन्तु, प्रश्नचिन्ह लग जाते हैं। और जहां तक सवाल है इस गीत के बोल का, तो शायद मोगा के अनेक सरकारी कर्मचारियों व अधिकारियों को इस गीत के बोल को याद रखते हुए इन पर अमल करने की आवश्यकता है।  दोस्तों, भले ही यह गीत एक एक ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ फिल्म का हिस्सा था, लेकिन इस फिल्म के रिलीज होने के 67 वर्ष बाद भी अगर हम इस गीत के बोल को अपने वास्तविक जीवन में अपना लें, तो बेशक आज भी, यह खुद एक ‘ब्लैक एंड व्हाइट’ का फिल्म का हिस्सा होने के बावजूद भी, हमारे जीवन में खुशहाली व तंदुरुस्ती के अनेकों रंग भर देगा। आपको बता दें कि स्वच्छ भारत मिशन को पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय द्वारा और आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा 10 वर्ष पूर्व 2 अक्टूबर, 2014 को लांच किया गया था। और हाल ही में, बीती 2 अक्टूबर को ‘स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) ने अपनी 10वीं वर्षगांठ मनाई है। इस मुहिम को खासकर तीन मुख्य स्तम्भों पर आधारित किया गया था। जिनमें उपेक्षित क्षेत्रों को पुनर जीवित करना, सार्वजनिक भागीदारी को बढ़ावा देना व स्वच्छता कर्मियों के कल्याण में सुधार लाना था। चूंकि उस वक्त सरकार द्वारा ये मुहिम स्वर्गीय महात्मा गांधी जी के जन्मदिवस, 2 अक्टूबर को समर्पित की गई थी। इसलिए स्वच्छ भारत मिशन द्वारा एक विशेष मुहिम 17 सितंबर से 2 अक्टूबर, 2024 तक चलाई गई थी। और अगर हम बात मोगा प्रशासन की करें, तो जिला मोगा के डिप्टी कमिश्नर विशेष सारंगल, इस मुहिम को लेकर काफी गंभीर थे, और हैं, जिसके चलते उनके द्वारा इस संबंधी अपनी अगुवाई में अनेक बैठक कर संबंधित अधिकारियों को जिला मोगा को साफ सुथरा बनाए रखने के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिए गए थे। जिसकी कमान संभालते हुए ADC जनरल मैडम चारुमिता द्वारा 27 सितंबर को शहर को अनेक पार्कों का दौरा भी किया गया था। उस वक्त हलांकि शहरवासियों, खासकर अनेक सैर करने वाले लोगों की और से ADC मैडम को पार्कों की दुर्दशा संबंधी जागरूक करवाया गया था। व उनसे ये अनुरोध किया गया था की वे किसी दिन, अपने सरकारी अमले को बिना बताए, पार्कों का अचानक दौरा करें, तो उन्हें यहां की सफाई व्यवस्था की असलियत का पता चलेगा। लेकिन जैसे जैसे बढ़ते समय के साथ साथ महात्मा गाँधी जी का जनम दिवस का दिन दूर हो रहा है, वैसे वैसे शायद पार्कों से सफाई व्यवस्था भी दूर हो रही है और आज स्वच्छ भारत मिशन की ख़ास ड्राइव के महज 2 महीने बाद पार्क की क्या स्तिथि है, वो आपके सामने है :  वेदांतानन्द पार्क में पड़ी गंदगी, जो कि सैरगाहों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। वेदांतानन्द पार्क में खड़ी कूड़े से भरी ट्रॉली। ऐसा प्रतीत होता है कि शायद डिप्टी कमीश्नर के अंतर्गत काम कर रही टीम उनके आदेशों को तुच्छ बताकर उनके आदेशों को फाइलों में ही कैद रखे हुए है, और डीसी साहब तक सच्चाई नहीं जाने दी जा रही है। जिसका खामियाजा शहर वासियों को भुगतना पड़ रहा है। जिसके चलते जब हमारी टीम द्वारा मोगा के वेदांतानन्द पार्क का दौरा किया गया, तो वहां के दृश्य विभिन्न सरकारों द्वारा स्वच्छ भारत मिशन मुहीम के तहत खर्च किए जा रही भारी भरकम राशि को मुँह चिढ़ा रहे थे। आपको ये भी याद करा दें कि वेदांतानंद पार्क, विधानसभा हलका मोगा की विधायक डॉक्टर अमनदीप कौर अरोड़ा के घर से महज 50 मीटर के फासले पर है। और यहाँ ये भी जिक्रयोग्य है कि जब डॉ अमनदीप कौर अरोड़ा, विधायक बनी थी, और उन्होंने अपनी रिहायश लुधियाना जीटी रोड को छोड़कर गीता भवन के पास करने का फैसला लिया था, तो संबंधित अधिकारियों द्वारा उनके घर के सामने पार्क को जाने के लिए एक नया छोटा दरवाजा भी लगाया गया था। लेकिन शायद अपनी व्यस्तता के चलते ना तो विधायक साहिबा को और न ही किसी उच्च सरकारी अधिकारी को, बिना अपने सरकारी अमले को बताए, पार्क का अचानक चक्कर लगाने का समय मिला। और जब तक संबंधित अधिकारी/ कर्मचारी किसी को जवाब देह नहीं हैं, तो ऐसे हालात में, पार्क की दुर्दशा के दृश्य आपके सामने हैं। दोस्तों कहते हैं ना कि ‘प्रत्यक्ष को, किसी प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती है’। पार्क की दुर्दशा की मुंह बोलती तस्वीरें आपके सामने है। अब हम ‘मोगा टुडे न्यूज़’ की टीम व शहरवासियों की और से प्रशासन से व संबंधित अधिकारियों से यही आस करेंगे कि वे फिल्म ‘नया दौर’ के गीत के बोल ‘साथी हाथ बढ़ाना, साथी हाथ बढ़ाना, एक अकेला थक जाएगा, मिलकर बोझ उठाना’ को याद रखते हुए उन्हें अमल में लाकर डीसी साहिब के आदेशों को फाइलों से निकालकर उन्हें अपना कर, उन पर अमल करते हुए, शहर को साफ रखने में डीसी साहब का सहयोग करेंगे।

150 पुलिस कर्मियों की दबिश से दहले ये इलाके ! जानें वजा …………

मोगा 5 दिसंबर (क्राइम रिपोर्टर) :   साथियों, हम जब कुछ पुलिस वालों को एक साथ एक ही जगह देखते हैं, तो हमारा यकायक सहम जाना लाजमी है। लेकिन अगर हम आपको कहें कि किसी इलाकों में 150 से अधिक पुलिसकर्मीयों ने अपने उच्च अधिकारियों सहित दबिश दी, तो आप समझ सकते हैं कि वहां रह रहे गए लोगों का या वहां से गुजर रहे लोगों का क्या हाल रहा होगा। जी हां वीरवार की सुबह यही नजारा था मोगा शहर की एमपी बस्ती व साधां वाली बस्ती का। पंजाब पुलिस के ‘कासो’ ऑपरेशन के तहत चलाई गई इस मुहिम की अगुवाई एसपी हेडक्वार्टर गुरशरणजीत सिंह कर रहे थे। जबकि इस मौके पर उनके साथ डीएसपी डी लवदीप सिंह, डीएसपी सिटी रविंद्र सिंह, के इलावा दो थाना प्रभारी व ट्रैफिक इंचार्ज भी मौजूद थे।   क्या कारण था इस ऑपरेशन का ? इस ऑपरेशन के तहत पुलिस द्वारा क्या-क्या बरामद किया गया ? इस संबंधी एसपी हेड क्वार्टर गुरशरणजीत सिंह संधू ने मीडिया कर्मियों से जानकारी सांझा की। क्या बताया एसपी हेड क्वार्टर संधू ने, आइए आप भी सुनलें :  SPH GURSHARANJIT SINGH

पंजाब से राजस्थान घूमने गए 2 नो जवान पड़ गए इस गंदे काम में ! फिर देखो अंजाम ………..

मोगा 5 दिसंबर (क्राइम रिपोर्टर) :   दोस्तों जब बात आती है घूमने की, तो हमारे मन में अनेक तरह के अच्छे ख्याल आने लगते हैं। लेकिन अगर हम बाहर जाकर गलत कामों में पड़ जाते हैं, तो एक न एक दिन हमें उन गंदे कामों का अंजाम भोगना ही पड़ता है। ऐसा ही कुछ  हुआ है पंजाब के जिला श्री मुक्तसर साहिब के दो नौजवानों के साथ। जो कि पंजाब से गए तो थे राजस्थान घूमने, वहां जाकर उन्होंने राजस्थान के नए दोस्त भी बनाए, लेकिन फिर वे सभी गलत कामों में पड़ गए और जिसका अंजाम आज यह है कि ये लोग सलाखों के पीछे हैं। दरअसल मोगा की सीआईए स्टाफ ने एक गुप्त सूचना के आधार पर वरना कर सवार इन पंजाब के दो युवकों व राजस्थान संगरिया के तीन युवकों को काबू कर इनसे नशीला पदार्थ बरामद किया है।  कौन हैं ये युवक ? किस-किस गांव के रहने वाले हैं ये युवक ? कौन सा नशीला पदार्थ इनसे बरामद किया गया है ? कितनी मात्रा में नशीला पदार्थ इनसे बरामद हुआ है ? आपके व हमारे, इन सभी सवालों के जवाब डीएसपी डी लवदीप सिंह ने मीडिया से एक पत्रकार वार्ता के दौरान सांझा किए। क्या बताया डीएसपी डी लवदीप सिंह गिल ने, आइए आप खुद ही सुन लें :  DSP D LAVDEEP SINGH GILL

दो सगे भाइयों सहित 5 काबू, विदेशी हथियार बरामद, गाड़ी जब्त !!

मोगा 4 दिसंबर (मुनीश जिन्दल)  जिला मोगा के पुलिस प्रमुख आईपीएस अजय गाँधी के निर्देशन में शरारती तत्वों के खिलाफ चलाई मुहीम के तहत कार्यवाई करते हुए जिला पुलिस ने मोगा में एक बड़ी साजिश उस समय नाकाम करदी जब समय रहते पुलिस ने एक गुप्त सूचना के आधार पर कुल 5 लोगों को काबू कर इनके पास से विदेशी हथियार भी बरामद किया है। पुलिस द्वारा काबू किए गए इन 5 लोगों में से 2 सगे भाई हैं।  पुलिस द्वारा काबू किए गए ये 5 युवक कौन हैं ? कहाँ के रहने वाले हैं ये पांचों युवक ? कौन कौन से हथियार इनसे बरामद किये गए हैं ? कौन सा वाहन इनके पास से जब्त किया गया है ? किस किस नौजवान पर किस थाने में कितने आपराधिक मामले दर्ज हैं ? किस घटना को इन्होंने अंजाम देना था ?  आपके व हमारे इन सभी सवालों के जवाब के लिए DSP सिटी रविंदर सिंह द्वारा एक पत्रकार वार्ता कर मीडिया से जानकारी साझा की गई. इस मौके पर उनके साथ DSP हेड क्वार्टर जोरा सिंह व थाना सदर के प्रभारी गुरसेवक सिंह भी मौजूद थे। 

सुखबीर बादल पर हुए हमले में पुलिस कमीश्नर भुल्लर ने किए एहम खुलासे !!

अमृतसर/ मोगा 4 दिसंबर (ब्यूरो रिपोर्ट) :  श्री अकाल तख्त साहिब के सिंह साहबान द्वारा दी गई धार्मिक सजा के तहत श्री दरबार साहिब के बाहर अपनी पहरेदार की सजा काट रहे शिरोमणि अकाली दल के पूर्व अध्यक्ष सुखबीर बादल के ऊपर हमला होने के बाद अमृतसर रेंज के पुलिस कमीश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर मीडिया के रूबरू हुए व उन्होंने इस मामले में अनेकों एहम खुलासे किए हैं। अब हमलावार, सुखबीर बादल पर सीधा गोली चलाने आया था या हवाई फायर करने, ये तो जांच का विषय है। लेकिन फिलहाल तक की पुलिस जांच में पुलिस किस नतीजे पर पहुंची है, आइए जानते हैं, अमृतसर रेंज के पुलिस कमीश्नर आईपीएस अधिकारी गुरप्रीत सिंह भुल्लर से : 

सुखबीर बादल पर हमले की लाइव वीडियो ! देखो कैसे क्या हुआ !!

अमृतसर/ मोगा 4 दिसंबर (ब्यूरो रिपोर्ट) श्री अकाल तख्त साहिब के सिंह साहबान द्वारा दी गई धार्मिक सजा के तहत श्री दरबार साहिब के बाहर एक घंटे के लिए अपनी पहरेदार की सजा काट रहे शिरोमणि अकाली दल के पूर्व अध्यक्ष सुखबीर बादल के ऊपर जानलेवा हमला हुआ है। हमलावर सिक्ख व्यक्ति रिवाल्वर लेकर एक श्रद्धालु के रूप में सुखबीर बादल के निकट पहुंचा। और जैसे ही उसने वहां जाकर अपना रिवॉल्वर निकाला, तो वहां खड़े एक अन्य सिख श्रद्धालु ने उसे देख लिया व उसका हाथ पकड़ लिया। इसके बाद अन्य श्रद्धालुओं की मदद से हमलावर व्यक्ति को काबू कर लिया गया। लेकिन इसी बीच हमलावर की रिवॉल्वर से एक फायर भी हुआ। इस हमले का लाइव वीडियो आप नीचे देख सकते हैं की किस प्रकार सुखबीर बादल पर हमला हुआ और उसके बाद वहां उपस्थित अन्य श्रद्धालुओं की सहायता से हमलावर को काबू कर लिया गया। फिलहाल तक कि एकत्रित जानकारी के मुताबिक़ हमलावर की पहचान नारायण सिंह चौड़ा के रूप में हुई है।  आपको यहाँ बतादें कि इन दिनों शिरोमणि अकाली दल के पूर्व अध्यक्ष सुखबीर बादल, श्री अकाल तख्त साहिब में पेशी के दौरान, सिंह साहिबान द्वारा दी गई धार्मिक सजा के अनुसार श्री दरबार साहिब में सेवा कर रहे हैं। उनके इलावा शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया, सुखदेव सिंह ढींढसा, डॉक्टर दलजीत सिंह चीमा, चरणजीत सिंह अटवाल, बीबी जागीर कौर, सोहन सिंह ठंडल व अन्य अनेक नेता श्री हरमंदिर साहिब में झूठे बर्तन साफ करने के साथ साथ शौचालय की सफाई कर रहे हैं। 

मेडिकल स्टोर पर छापामारी, एक के खिलाफ मामला दर्ज !

मोगा 3 दिसंबर (मुनीश जिन्दल) मंगलवार को CIA स्टाफ मोगा, थाना सिटी एक व ड्रग विभाग मोगा -1 द्वारा मोगा में अनेक दवा विक्रेताओं की अचानक चेकिंग की गई. जिस दौरान दुनेके स्तिथ एक मेडिकल स्टोर पर पाबंदीशुदा दवा मिली, जिसके बाद पुलिस ने इस संबंधी मामला दर्ज कर ,मामले की अग्रिम जांच शुरू कर दी है।  LAVDEEP SINGH GILL (DSP DETECTIVE) डीएसपी डी लवदीप सिंह गिल ने बताया कि आम लोगों की सेहत से खिलवाड़ न हो, इसके चलते राज्य सरकार द्वारा जिला मजिस्ट्रेट के माध्यम से पंजाब में कुछ दवाओं के बेचने पर प्रतिबन्ध लगाया गया है. लेकिन उन्हें सूचना मिली थी कि मोगा में कुछ मेडिकल स्टोर इन पाबंदी शुदा दवाओं को बेच रहे हैं। जिसके चलते इस बात को गंभीरता से लेते हुए मंगलवार को मोगा में अनेक मेडिकल स्टोर पर अचानक चेकिंग की गई. इस चेकिंग के दौरान सीआईए स्टाफ मोगा के इंचार्ज दलजीत सिंह बराड़, थाना सिटी एक से सहायक थानेदार अजीत सिंह व ड्रग इंस्पेक्टर मोगा-1 नवदीप संधू मौजूद थे। और जब ये टीम दुनेके स्तिथ पंजाब मेडिकल स्टोर पहुंची, तो वहां चेकिंग के दौरान, राज्य सरकार की और से पाबंदीशुदा दवा परैगाबिलन 150 MG एगाबायोलन के 179 कैप्सूल बरामद किए गए। जिस पर पंजाब मेडिकल स्टोर, दुनेके के शमशेर खान के खिलाफ थाना सिटी एक में अधीन धारा 223 BNS दर्ज किया गया है। फिलहाल मामले में अग्रिम जांच जारी है। डीएसपी डी लवदीप सिंह गिल ने कहा कि इस तरह का अचानक चैकिंग अभियान आगे भी जारी रहेगा। व पंजाब सरकार की ओर से पाबंदी शुदा दवा बेचने की किसी को भी इजाजत नहीं दी जाएगी। उसके खिलाफ बनती कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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