DM Collegiate के प्रिंसिपल दावेदारी मामले में आया नया मोड़, प्रिंसिपल की हुई नियुक्ति
मोगा 23 अगस्त, (मुनीश जिन्दल) डीएम कालजियेट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल शिप की दावेदारी को लेकर आर्य प्रतिनिधि सभा के दो गुटों में चल रहे विवाद में उस समय नया मोड़ आ गया जब तहसीलदार कार्यालय से प्राप्त एक पत्र का हवाला देते हुए जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) के कार्यालय द्वारा एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल को डीएम कालजियेट सीनियर सेकेंडरी स्कूल का प्रिंसिपल नियुक्त कर दिया गया। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी पत्र से हम आपको रूबरू करवा रहे हैं, लेकिन उससे पहले आपका फ्लैशबैक में जाना जरूरी है। 11 अगस्त, दिन सोमवार को शहर के प्रतिष्ठित लोगों के एक समूह द्वारा डीएम कॉलेजिएट सीनियर सेकेंडरी स्कूल पर राजनीतिक छतरछाया में कब्जा करने का प्रयास किया गया था। ये वही गुट था, जिसके द्वारा इससे पूर्व 3 मार्च 2025 को डीएन मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल पर भी इसी तर्ज पर कब्जा किया गया था, और आज भी यही गुट डीएन मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल पर काबिज भी है। यहां जिक्रयोग्य है कि हलांकि आर्य प्रतिनिधि सभा पंजाब के अनेकों मामले राज्य की विभिन्न अदालतों सहित पुलिस व प्रशासनिक अधिकारीयों के पास लंबित हैं, बावजूद इसके, शहर के प्रतिष्ठित लोगों का ये समूह आर्य प्रतिनिधि सभा पंजाब (रजिस्टर्ड) के प्रधान सुदर्शन शर्मा द्वारा हस्ताक्षरित एक पत्र को आधार बनाकर स्कूल में दाखिल हुए थे, जिसमें आर्य प्रतिनिधि सभा पंजाब (रजिस्टर्ड) के प्रधान सुदर्शन शर्मा ने अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए, पुराने सभी हुकुमों को समाप्त करते हुए, डीएम कॉलेज मैनेजमेंट कमेटी, मोगा के बैनर तले एक नई मैनेजमेंट कमेटी के गठन करते हुए उस कमेटी में सुदर्शन शर्मा (खुद प्रधान), SM शर्मा सचिव, प्रवीण शर्मा, अशोक बांसल, रविन्दर गोयल (C.A.), अनिल गोयल, जतिन्दर गोयल, आयुष अरोड़ा (रिक्की), गौरव गर्ग व नरिन्दर सूद आदि को सदस्य बनाया गया था। आपको उपरोक्त नामों से अंदाजा हो ही गया होगा कि इस कमेटी में कुछ नाम ऐसे हैं, जिनका आर्य समाज से दूर दूर तक कोई वास्ता नहीं है, व वे लोग आर्य प्रतिनिधि सभा के अन्तर्गत्त आते विभिन शिक्षण संस्थाओं के कभी भी सदस्य नहीं रहे हैं। जब 11 अगस्त को डीएम कॉलेजिएट सीनियर सेकेंडरी स्कूल पर जबरन कब्ज़ा करने का प्रयास किया गया था, उस वक्त SM शर्मा, प्रवीण शर्मा, अशोक बांसल, अनिल गोयल, जतिन्दर गोयल, आयुष अरोड़ा व नरिन्दर सूद, स्कूल में दाखिल हुए थे। और जब एकाएक स्कूली विद्यार्थियों ने इतने अनजान लोगों व पुलिस को स्कूल में दाखिल होते देखा तो उनका घबराना लाजमी था, जिसके बाद विद्यार्थियों ने अपने स्तर पर इन बाहरी लोगों के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था। इसी बीच दाखिल हुए लोगों में से एक व्यक्ति पर DVR की तारें खींच कर DVR को तोड़ कर अपने साथ ले जाने के इल्जाम भी लगे थे। हालांकि उस वक्त स्कूल की officiating प्रिंसिपल विपनजोत कौर थी। लेकिन स्कूल पर काबिज होने आई नई प्रबंधन कमेटी योजनाबद्ध तरीके से गुरिंदर जीत कौर सोढ़ी नामक महिला को स्कूल प्रिंसिपल की कुर्सी पर बैठाने के लिए अपने साथ लेकर आई थी। इस सारे घटनाक्रम में स्कूल स्टाफ ने स्कूल में जबरन दाखिल हुई कमेटी का विरोध करते हुए स्कूल का DVR चोरी करने व स्कूल स्टाफ के साथ हुए दुर्व्यवहार संबंधी एक लिखित शिकायत थाना सिटी साउथ में की थी। जिसके बाद मौके पर पहुंचे थाना सिटी साउथ के प्रभारी गुलजिंदर पाल सेखों ने दोनों पक्षों को 12 अगस्त को सुबह 11 बजे एसडीएम मोगा सारंगप्रीत सिंह औजला के समक्ष पेश होने का हुकम सुनाया था। 12 अगस्त को SDM सारंगप्रीत सिंह औजला की अदालत में स्कूल की पुरानी प्रबंधन कमेटी की और से अजय अग्रवाल व SK शर्मा के इलावा स्कूल की प्रिंसिपल विपनजोत कौर सहित स्कूल का स्टाफ बड़ी संख्या में पहुंचा था, जबकि दूसरे प्रतिष्ठित गुट की और से उनकी कमेटी के सचिव एसएम शर्मा, नरेंद्र सूद, रविंद्र गोयल (CA), अशोक बांसल, जितेंद्र गोयल व अनिल गोयल आदि पहुंचे थे। जहां दोनों ही गुट के लोगों द्वारा SDM सारंगप्रीत सिंह औजला की अदालत में एसडीएम साहब की मौजूदगी में खुद को सही बताने के चक्कर में तीखी नोकझोंक भी हुई थी, जिसके बाद SDM सारंगप्रीत ने तहसीलदार मोगा को स्कूल का रसीवर नियुक्त कर दिया था। लेकिन तहसीलदार मोगा कार्यालय की और से जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) के कार्यालय को एक पत्र लिख कर डीएम कालजियेट सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल की जिम्मेवारी शिक्षा विभाग से संबंधित किसी व्यक्ति को देने के लिए लिखा गया था। जिस पर अमल करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) के कार्यालय ने एक पत्र जारी कर सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल खोसा रणधीर के मौजूदा प्रिंसिपल राजेश पाल को डीएम कालजियेट सीनियर सेकेंडरी स्कूल का प्रिंसीपल नियुक्त कर दिया व शनिवार सुबह एक ईमेल के माध्यम से सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल खोसा रणधीर के मौजूदा प्रिंसिपल राजेश पाल को इस आदेश की कॉपी भेज दी। जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) द्वारा अपने पत्र में तहसीलदार मोगा के कार्यालय द्वारा जारी पत्र का हवाला देते हुए ये नियुक्ति की बात लिखी गई है। हालांकि इस संबंधी सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल खोसा रणधीर के मौजूदा प्रिंसिपल राजेश पाल से तो सम्पर्क नहीं हो पाया, लेकिन उनके जानकारों की मानें तो जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) द्वारा जारी इस पत्र को लेकर प्रिंसिपल राजेश पाल खुद असमंजस में हैं। क्योंकी डीएम कालजियेट स्कूल उनके स्कूल से 13 किलो मीटर की दूरी पर है, जिसके लिए उनके लिए दोनों स्कूलों को एक साथ चलाना सरल नहीं है। इसलिए सोमवार को वे इस संबंधी जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) से मुलाकात कर सकते हैं। आइए अब आप एक नजर जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) के कार्यलय द्वारा जारी उस पत्र पर भी डाल लें, जिसके मुताबिक़ सीनियर सेकेंडरी स्मार्ट स्कूल खोसा रणधीर के मौजूदा प्रिंसिपल राजेश पाल को डीएम कालजियेट सीनियर सेकेंडरी स्कूल का प्रिंसिपल नियुक्त किया गया है।